Published by: Roshan Soni
Updated on: Saturday, 04 jan 2025
पलामू, मेदनीनगर – पलामू जिले के मेदनीनगर शहर थाना क्षेत्र के निमिया गांव में एक गंभीर हत्या का मामला सामने आया है। 24 वर्षीय प्रिया दुबे का शव शुक्रवार की अहले सुबह उनके ससुराल में एक कमरे में फांसी के फंदे से झूलता हुआ पाया गया। मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी की हत्या ससुराल वालों ने की है। यह मामला बेहद संवेदनशील और दिल दहला देने वाला है, क्योंकि मृतका आठ महीने की गर्भवती थी।
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घटना की जानकारी और शुरुआती जांच

सूचना मिलते ही टीओपी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेजा। मृतका के पिता, अरुण दुबे, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी बेटी को दहेज के लिए अत्याचार सहने के बाद हत्या कर दी गई। अरुण दुबे ने अपने दामाद मणिकांत तिवारी, समधी अरुण तिवारी, समधीन अंजना तिवारी, दामाद के भाई विवेक तिवारी, बहन रितु तिवारी सहित अन्य परिवार के सदस्यों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है।
ससुराल में विवाद और प्रताड़ना के आरोप
मृतका के पिता ने बताया कि गुरुवार रात 8 बजे उन्हें सूचना मिली थी कि प्रिया और उसके ससुराल वालों के बीच विवाद हुआ है। जब वह अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे तो वहां हंगामा हो रहा था। उन्होंने बताया कि वह अपनी बेटी को घर ले जाना चाहते थे, लेकिन ससुराल वाले उसे परमानेंट भेजने की बात कर रहे थे। इस बीच, रात 1 बजे परिवार के अन्य सदस्य समझाने-बुझाने के बाद लौट आए।
मृतका के पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही उनकी बेटी को दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। कई बार समझौता कराने की कोशिश की गई, लेकिन ससुराल वाले किसी भी स्थिति में मानने को तैयार नहीं थे।
हत्या या आत्महत्या?
शुक्रवार सुबह 9 बजे, अरुण दुबे को सूचना मिली कि उनकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। लेकिन जब वह ससुराल पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि प्रिया का शव साड़ी के फंदे से लटका हुआ था। पिता का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और फिर शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
मेदनीनगर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है और मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
पलामू जिले में दहेज प्रथा का एक और भयानक उदाहरण
यह घटना पलामू जिले में दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की एक और भयावह तस्वीर को उजागर करती है। जहां एक तरफ सरकार और समाज दहेज प्रथा पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई परिवारों में यह कुप्रथा अभी भी अपने पांव पसारे हुए है। प्रिया दुबे के मामले ने एक बार फिर से दहेज के नाम पर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को सामने लाया है।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता है। यदि समय रहते इन मुद्दों पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो ऐसे और भी दिल दहला देने वाली घटनाएं हो सकती हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को आगे आकर महिला सुरक्षा और अधिकारों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
निष्कर्ष
पलामू में एक और नृशंस हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें गर्भवती महिला को ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित किया और अंत में उसकी हत्या कर दी। पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह घटना समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाती है।
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