महाकुंभ 2025: रेलवे की नई पहल से श्रद्धालुओं को मिलेगा टिकट बुकिंग में बड़ा आराम

Published by: Roshan Soni
Updated on: Wednesday, 01 Jan 2025

Introduction (परिचय)

प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ 2025 एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेने आते हैं। इस महाकुंभ के दौरान यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर-मध्य रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के रेलवे टिकट बुकिंग प्रक्रिया को आसान बनाना है। इस ब्लॉग में हम आपको महाकुंभ 2025 के दौरान रेलवे द्वारा की गई इस नई पहल के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जो यात्रा को और भी आरामदायक बना देगी।

रेलवे की नई पहल: स्कैनर और क्यूआर कोड के माध्यम से टिकट बुकिंग

महाकुंभ 2025: रेलवे की नई पहल से श्रद्धालुओं को मिलेगा टिकट बुकिंग में बड़ा आराम
महाकुंभ 2025: रेलवे की नई पहल से श्रद्धालुओं को मिलेगा टिकट बुकिंग में बड़ा आराम

महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के लिए उत्तर-मध्य रेलवे ने एक अभिनव पहल की शुरुआत की है। रेलवे कर्मी हरे रंग की जैकेट पहनकर स्टेशन पर तैनात रहेंगे, जिन पर क्यूआर कोड अंकित होगा। श्रद्धालु इन क्यूआर कोड्स को अपने मोबाइल से स्कैन करके बिना लाइन में खड़े हुए आसानी से टिकट बुक कर सकेंगे। यह पहल डिजिटल तकनीक का उपयोग करके यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाएगी।

कैसे करेगा क्यूआर कोड मदद?

श्रद्धालु जब रेलवे स्टेशन पर आएंगे, तो उन्हें रेलवे के वाणिज्य विभाग के कर्मचारियों को हरे रंग की जैकेट पहने हुए देखेंगे। इन जैकेट्स के पीछे एक क्यूआर कोड होगा, जिसे श्रद्धालु अपने मोबाइल से स्कैन कर सकते हैं। स्कैन करने पर एक लिंक खुलेगा, जो यूटीएस (अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल ऐप पर ले जाएगा। इस ऐप के जरिए श्रद्धालु बिना किसी लाइन में खड़े हुए अनारक्षित टिकट बुक कर सकते हैं।

समय की बचत और भीड़ से राहत

इस डिजिटल सुविधा के जरिए श्रद्धालुओं को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि उन्हें रेलवे स्टेशन पर लगी लंबी लाइनों से भी राहत मिलेगी। टिकट बुकिंग की प्रक्रिया इतनी सरल और तेज हो जाएगी कि श्रद्धालु बिना किसी तनाव के अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे।

रेलवे की विशेष ट्रेन व्यवस्था

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने विशेष ट्रेन सेवाओं की भी व्यवस्था की है। इस बार रेलवे 10,000 से ज्यादा नियमित ट्रेनें और 3,000 स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है। इन 3,000 स्पेशल ट्रेनों में से 1800 ट्रेनें छोटी दूरी के लिए, 700 ट्रेनें लंबी दूरी के लिए और 560 ट्रेनें रिंग रेल पर चलने वाली हैं। इन ट्रेनों के द्वारा श्रद्धालुओं को महाकुंभ स्थल तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी।

रेलवे द्वारा अन्य सुविधाएं

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने सिर्फ ट्रेन सेवाओं की ही व्यवस्था नहीं की है, बल्कि स्टेशन पर अन्य सुविधाओं को भी बेहतर बनाया है। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पंखे, स्वच्छता, शौचालय, जल आपूर्ति, सुरक्षा व्यवस्था, और हेल्प डेस्क की व्यवस्था भी की है। इससे श्रद्धालुओं को एक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव होगा।

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 के दौरान रेलवे द्वारा की गई यह नई पहल एक महत्वपूर्ण कदम है, जो श्रद्धालुओं की यात्रा को और भी आरामदायक और सुविधाजनक बनाएगी। क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा से श्रद्धालु आसानी से अपने टिकट बुक कर सकेंगे, जिससे समय की बचत होगी और रेलवे स्टेशन पर भीड़ कम होगी। इसके साथ ही रेलवे द्वारा विशेष ट्रेन सेवाओं और अन्य सुविधाओं के जरिए यात्रा को और भी आसान और सुरक्षित बनाया जाएगा। इस पहल से महाकुंभ के श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।

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