Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Friday ,14 Feb 2025
डायबिटीज (Diabetes) एक लाइलाज बीमारी है जिसे केवल दवाओं और सही खानपान की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है। बीते कुछ वर्षों में यह बीमारी पूरी दुनिया के लिए एक चिंता का विषय बन चुकी है, खासकर भारत में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत को अब ‘डायबिटीज कैपिटल’ कहा जाने लगा है।

डायबिटीज के कारण शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते हैं, जिनमें से कुछ लक्षण मुंह में भी दिखाई देते हैं। इन लक्षणों की पहचान करके आप समय रहते डायबिटीज का संकेत पकड़ सकते हैं और उचित इलाज ले सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज के कौन-कौन से संकेत मुंह में नजर आते हैं और इनसे कैसे बचा जाए।
Contents
डायबिटीज के ओरल वॉर्निंग साइन्स (Diabetes Oral Symptoms)
- ड्राई माउथ (Xerostomia): मुंह में लार का कम बनना, जिससे बार-बार प्यास लगती है।
- मुँह या जीभ पर जलन: इससे खाने और बोलने में दिक्कत हो सकती है।
- पेरोटिड ग्रंथि का बढ़ना: यह लार ग्रंथि की सूजन को दर्शाता है।
- डेंटल कैविटी का बढ़ना: शुगर लेवल बढ़ने से दांतों में कैविटी की संभावना अधिक होती है।
- दांतों पर प्लाक (Plaque) जमना: अधिक ग्लूकोज की वजह से दांतों और मसूड़ों पर प्लाक बढ़ सकता है।
- ड्राई सॉकेट की समस्या: एक्सट्रैक्शन (दांत निकालने) के बाद घाव भरने में अधिक समय लगता है।
- माउथ अल्सर: बार-बार होने वाले छाले या घाव डायबिटीज का संकेत हो सकते हैं।
- पेरियोडोंटल डिजीज: मसूड़ों में सूजन और खून आना भी डायबिटीज का एक लक्षण हो सकता है।
- घाव भरने में देरी: अगर मुंह में किसी भी प्रकार का घाव जल्दी नहीं भर रहा है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
डायबिटीज के ओरल लक्षणों को कैसे करें मैनेज?
- नियमित रूप से डेंटल चेकअप कराएं।
- ओरल हाइजीन बनाए रखें और रोजाना ब्रश और फ्लॉस करें।
- धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।
- ड्राई माउथ से बचने के लिए अधिक पानी पिएं और शुगर-फ्री गम चबाएं।
- कैफीन युक्त पदार्थों के अधिक सेवन से बचें।
- किसी भी डेंटल ट्रीटमेंट से पहले ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. क्या डायबिटीज से ओरल हेल्थ पर प्रभाव पड़ता है? हाँ, डायबिटीज से मसूड़ों की सूजन, ड्राई माउथ, माउथ अल्सर और दांतों की समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
2. डायबिटीज के कारण मुंह में कौन-कौन सी समस्याएं होती हैं? ड्राई माउथ, मसूड़ों की सूजन, प्लाक जमना, कैविटी, माउथ अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. डायबिटीज के मरीजों को कितनी बार डेंटल चेकअप कराना चाहिए? कम से कम हर 6 महीने में एक बार डेंटल चेकअप कराना जरूरी होता है।
4. क्या डायबिटीज मरीजों को ओरल हाइजीन के लिए खास ध्यान देना चाहिए? हाँ, डायबिटीज मरीजों को नियमित ब्रशिंग, फ्लॉसिंग और मुंह की सफाई पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
5. क्या धूम्रपान डायबिटीज के ओरल लक्षणों को बढ़ा सकता है? हाँ, धूम्रपान से मसूड़ों की बीमारियाँ और ड्राई माउथ की समस्या बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
डायबिटीज सिर्फ शरीर को ही नहीं, बल्कि आपकी ओरल हेल्थ को भी प्रभावित कर सकती है। समय रहते इसके लक्षणों को पहचानना और सही इलाज करवाना बहुत जरूरी है। अगर आपको कोई भी ओरल समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करें।
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