Published by :- Hritik Soni
Updated on: Tuesady, 21 Jan 2025
नई दिल्ली: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato को अपनी त्वरित कॉमर्स (Quick Commerce) बिजनेस Blinkit के आक्रामक विस्तार की कीमत चुकानी पड़ी है। Q3 (अक्टूबर-दिसंबर तिमाही) में Blinkit के बढ़ते खर्चों के कारण Zomato का मुनाफा प्रभावित हुआ, जिससे इसके शेयरों में 9% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म्स अभी भी कंपनी के मजबूत निष्पादन और दीर्घकालिक विकास को लेकर सकारात्मक बनी हुई हैं।
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Q3 परिणामों के बाद Zomato के शेयरों में भारी गिरावट

Zomato के Q3 नतीजों की घोषणा के बाद इसके शेयरों में 12% तक की गिरावट आई। 20 जनवरी को बाजार खुलने के बाद Zomato के शेयर NSE पर ₹224.15 पर ट्रेड कर रहे थे। आज के सत्र में शेयरों में 9% की गिरावट दर्ज की गई, जो जून 2024 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
ब्रोकरेज फर्म्स का क्या कहना है?
Nomura
Nomura के अनुसार, त्वरित कॉमर्स स्पेस में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद Blinkit टॉप-2 स्थिति हासिल करने में सक्षम रहेगा। ब्रोकरेज फर्म ने Blinkit की मजबूत निष्पादन क्षमता और संतुलित बैलेंस शीट को इसके प्रमुख फायदे बताया।
Jefferies
Jefferies ने भी Zomato के विस्तार को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया। हालांकि, ब्रोकरेज ने कंपनी के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए Zomato का प्राइस टारगेट 7% घटाकर ₹255 कर दिया और ‘होल्ड’ रेटिंग बनाए रखी। Jefferies का मानना है कि Zomato का आक्रामक विस्तार अन्य प्रतिस्पर्धियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
Bernstein
Bernstein ने Zomato के त्वरित कॉमर्स पर फोकस और Blinkit के डार्क स्टोर विस्तार रणनीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस का मार्जिन उम्मीद से बेहतर रहा, जिससे EBITDA 5% तक स्थिर रहने की संभावना है। ब्रोकरेज ने ‘आउटपरफॉर्म’ कॉल देते हुए Zomato के लिए ₹310 का टारगेट दिया।
Nuvama Institutional Equities
Nuvama ने Blinkit के आक्रामक विस्तार की तारीफ की और कहा कि डार्क स्टोर की तेज़ी से बढ़ती संख्या के कारण अल्पकालिक मुनाफे पर असर पड़ेगा, लेकिन दीर्घकालिक रूप से यह लाभदायक साबित होगा। ब्रोकरेज ने Zomato का प्राइस टारगेट 8% घटाकर ₹300 किया, लेकिन ‘बाय’ कॉल बनाए रखा।
Q3 में Zomato का मुनाफा 57% घटा
Zomato का नेट प्रॉफिट Q3 में 57% घटकर ₹59 करोड़ रह गया, जो एक साल पहले ₹138 करोड़ था। हालांकि, फूड डिलीवरी बिजनेस से राजस्व में 22% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि Blinkit का रेवेन्यू दो गुना बढ़ गया। कंपनी ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “Q3 में कुल एडजस्टेड EBITDA 14% घटा, जिसका मुख्य कारण त्वरित कॉमर्स स्टोर नेटवर्क के विस्तार में बढ़ा हुआ निवेश है। Blinkit के कारण तिमाही घाटे में ₹95 करोड़ की वृद्धि हुई।”
FAQs
1. Zomato के शेयरों में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
Zomato के Q3 नतीजों में Blinkit के आक्रामक विस्तार के कारण कंपनी के खर्चे बढ़े, जिससे इसका मुनाफा प्रभावित हुआ और शेयरों में गिरावट आई।
2. Blinkit के विस्तार का Zomato की वित्तीय स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ा?
Blinkit के डार्क स्टोर नेटवर्क के विस्तार से त्वरित कॉमर्स बिजनेस की ग्रोथ तेज हुई है, लेकिन अल्पकालिक रूप से इससे Zomato के मुनाफे पर दबाव पड़ा है।
3. ब्रोकरेज फर्म्स Zomato को लेकर क्यों आशावादी हैं?
ब्रोकरेज फर्म्स मानती हैं कि Zomato का फूड डिलीवरी बिजनेस मजबूत बना हुआ है और Blinkit का विस्तार भविष्य में दीर्घकालिक मुनाफा देगा।
4. Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस का प्रदर्शन कैसा रहा?
Q3 में Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस से राजस्व में 22% की बढ़ोतरी हुई, जिससे इसकी समग्र वित्तीय स्थिति संतुलित बनी हुई है।
5. क्या Zomato के शेयरों में और गिरावट की संभावना है?
शेयर बाजार की स्थितियों और कंपनी की भावी रणनीतियों के आधार पर इसमें उतार-चढ़ाव संभव है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है।
निष्कर्ष
Zomato के Q3 नतीजे मिक्सड रहे, जहां Blinkit के विस्तार से घाटे में इज़ाफा हुआ, वहीं फूड डिलीवरी बिजनेस का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। ब्रोकरेज फर्म्स अभी भी Zomato के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को लेकर आशावादी हैं। निवेशकों को इन अल्पकालिक घाटों को ध्यान में रखते हुए Zomato की भविष्य की रणनीतियों पर नजर रखनी चाहिए।
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1 thought on “Zomato के शेयरों में 9% की गिरावट, Blinkit के विस्तार से Q3 मुनाफा प्रभावित, ब्रोकरेज फिर भी आशावादी”