Published by :-Roshan Kumar
Updated on: Thursday , 06 March 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर नए टैरिफ (शुल्क) लगाने की धमकी दी है, जिससे भारतीय निर्यात क्षेत्र में भारी नुकसान हो सकता है। ट्रंप का कहना है कि भारत अमेरिका से ज्यादा शुल्क लेता है, और अब बारी अमेरिका की है। इस फैसले से भारत को हर साल करीब 7 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। इस बीच, भारत के व्यापार मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका में हैं, और वे इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं ताकि इस नए टैक्स को रोका जा सके।
Contents
मुख्य हाइलाइट्स:
- डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर नए टैक्स लगाने की धमकी दी।
- भारत को सालाना 7 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
- पीयूष गोयल अमेरिका में जाकर ट्रंप प्रशासन से बातचीत करेंगे।
- भारत के निर्यात क्षेत्र पर इसका गहरा असर पड़ेगा।
क्या है ट्रंप का ताजा प्रस्ताव?
2 अप्रैल से ट्रंप ने अपने प्रस्तावित “रिसिप्रोकल टैरिफ” (आपसी शुल्क) की घोषणा की है, जिसका असर भारत, चीन और अन्य देशों पर पड़ सकता है। ट्रंप का कहना है कि भारत जैसी देश अपनी कारों पर 100% से ज्यादा शुल्क लगाते हैं, जो अमेरिका के लिए अनुचित है। इसलिए, वह भी उन देशों से आयातित सामान पर उतना ही टैक्स लगाने का प्रस्ताव कर रहे हैं।
अब तक, भारत इस टैरिफ के निशाने से बचा हुआ था, लेकिन अब यह स्थिति बदलने वाली है। इस बदलाव से भारत को भारी नुकसान हो सकता है। ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक्स और डॉयचे बैंक के विश्लेषकों का मानना है कि भारत को इससे सबसे ज्यादा नुकसान होगा।
टैरिफ से भारत के किन क्षेत्रों को होगा नुकसान?
भारत का अमेरिका को सालाना निर्यात करीब 74 अरब डॉलर का है। इनमें से सबसे बड़े हिस्से में शामिल हैं:
- गहने (8.5 अरब डॉलर)
- दवाएं (8 अरब डॉलर)
- पेट्रोकेमिकल्स (4 अरब डॉलर)
इसके अलावा, अगर कृषि उत्पादों पर भी टैरिफ बढ़ा दिया जाता है, तो इससे भारतीय किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के मुताबिक, अगर यह टैरिफ लागू होते हैं, तो भारत का निर्यात 2 से 7 अरब डॉलर तक कम हो सकता है, और इससे जीडीपी ग्रोथ में 5 से 10 बेसिस पॉइंट की कमी आ सकती है।
पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा: क्या भारत को राहत मिल सकेगी?
भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका पहुंचे हैं, और उनका मुख्य उद्देश्य ट्रंप प्रशासन से भारत पर लगने वाले इस नए टैरिफ को रोकने के लिए बातचीत करना है। भारत और अमेरिका के बीच बायलैटरल ट्रेड को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है, और गोयल इसी दिशा में कदम उठा रहे हैं।
भारत ने पहले ही कुछ उत्पादों पर अपने टैरिफ को कम किया है, जैसे हाई-एंड मोटरसाइकिल पर 50% से घटाकर 30% और बॉर्बन व्हिस्की पर 150% से घटाकर 100%। हालांकि, भारत कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम करने से इंकार कर रहा है क्योंकि इससे छोटे किसानों पर भारी असर पड़ेगा।
क्या यह एक बड़ी चुनौती है?
ट्रंप का यह कदम न सिर्फ भारत के निर्यात के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों की परीक्षा भी है। अगर भारत सही रणनीति के साथ इस मुद्दे का समाधान ढूंढ पाता है, तो यह एक बड़ी सफलता हो सकती है। लेकिन अगर यह नहीं हो पाता, तो भारत की अर्थव्यवस्था को 7 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
Frequently Asked Questions (FAQ):
1. ट्रंप ने भारत पर क्यों नए टैक्स लगाने की धमकी दी?
ट्रंप का कहना है कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाता है, और अब अमेरिका भी ऐसे देशों से सामान पर वही टैक्स लगाएगा जो वे अमेरिकी उत्पादों पर लगाते हैं।
2. भारत पर ट्रंप के नए टैरिफ का असर कौन से क्षेत्रों पर पड़ेगा?
भारत के निर्यात में गहनों, दवाओं, पेट्रोकेमिकल्स, और कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है।
3. पीयूष गोयल अमेरिका में क्या करने गए हैं?
पीयूष गोयल अमेरिका में ट्रंप प्रशासन से बातचीत करने गए हैं, ताकि भारत पर लगने वाले इन नए टैक्स को रोका जा सके।
4. क्या भारत के किसानों को भी नुकसान होगा?
अगर ट्रंप ने कृषि उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया, तो भारतीय किसानों को भारी नुकसान हो सकता है, क्योंकि भारत कृषि उत्पादों का निर्यात करता है।
5. क्या भारत इस मुद्दे पर अमेरिका से समझौता कर पाएगा?
यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन अगर भारत सही रणनीति अपनाता है, तो वह अमेरिका से समझौता कर सकता है और इस नए टैक्स से बच सकता है।
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