By Roshan Soni
Edited By : Roshan Soni
Updated : Fri , 23 May 2025 05 : 30 AM (IST)
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ग्लूटन क्या होता है (What is Gluten in Hindi)?
ग्लूटन एक प्राकृतिक प्रोटीन है जो मुख्यतः गेहूं (Wheat), जौ (Barley), राई (Rye) और इनके उत्पादों में पाया जाता है। यह बेकरी आइटम्स जैसे ब्रेड, पेस्ट्री, पिज़्ज़ा, पास्ता आदि को उनकी लचीलापन (elasticity) और चबाने योग्य बनावट (chewy texture) प्रदान करता है।
सरल शब्दों में कहें तो, ग्लूटन वह प्रोटीन है जो आटे को गूंथने पर उसे खिंचाव और गाढ़ापन देता है।
ग्लूटन किन-किन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है?
- गेहूं और सूजी से बने आइटम्स (रोटी, ब्रेड, बिस्किट)
- पास्ता, नूडल्स
- बीयर और कुछ एल्कोहोलिक ड्रिंक्स
- पिज़्ज़ा, पेस्ट्री, केक
- सोया सॉस, सलाद ड्रेसिंग्स
ग्लूटन के फायदे (Benefits of Gluten in Hindi)
ग्लूटन को लेकर केवल नुकसान नहीं हैं, बल्कि इसके कुछ फायदे भी हैं, जैसे:
- यह कुछ हेल्दी अनाजों का हिस्सा होता है जो फाइबर, आयरन, फोलेट और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
- ग्लूटन एक प्रोबायोटिक की तरह भी काम करता है, जो आंतों के अच्छे बैक्टीरिया (Good Bacteria) को बढ़ावा देता है।
- यह भोजन को स्वादिष्ट और टेक्स्चर में बेहतर बनाता है।
ग्लूटन से किसे समस्या हो सकती है?
1. सिलिएक डिज़ीज़ (Celiac Disease)
- यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर ग्लूटन को टॉक्सिन मान लेता है और आंतों की परत को नुकसान पहुंचाता है।
2. ग्लूटन इन्टॉलरेंस या सेंसिटिविटी
- इसमें व्यक्ति को ग्लूटन खाने के बाद अपच, गैस, थकान, ब्रेन फॉग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. व्हीट एलर्जी (Wheat Allergy)
- यह एक एलर्जिक रिएक्शन होता है जो विशेष रूप से गेहूं से होता है, ग्लूटन से नहीं।
ग्लूटन इन्टॉलरेंस के लक्षण (Gluten Intolerance Symptoms in Hindi)
- पेट दर्द और सूजन
- गैस या ब्लोटिंग
- डायरिया या कब्ज
- थकान और ब्रेन फॉग
- स्किन रैश, एक्जिमा
- सिरदर्द और मितली
- एंग्जायटी और डिप्रेशन
- जोड़ों में दर्द
👩⚕️ यह लक्षण अगर बार-बार देखने को मिलें तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।
अगर गलती से खा लिया ग्लूटन तो क्या करें?
- भरपूर पानी पिएं ताकि पाचन तंत्र साफ हो सके।
- हल्का और कम मिर्च मसाले वाला खाना खाएं।
- अदरक या पेपरमिंट टी से राहत मिल सकती है।
- पेट दर्द और सूजन के लिए प्रोबायोटिक सप्लिमेंट्स लें (डॉक्टर की सलाह पर)।
ग्लूटन फ्री डाइट क्या होती है? (Gluten-Free Diet in Hindi)
ग्लूटन फ्री डाइट का मतलब है कि आप ऐसे सभी खाद्य पदार्थों से परहेज करते हैं जिनमें ग्लूटन हो।
ग्लूटन फ्री फूड्स:
- चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा
- फल और सब्जियां
- दूध, बटर, पनीर
- दालें और बीन्स
- मीट, मछली, अंडा
- ग्लूटन फ्री आटा जैसे – मक्के का आटा, बादाम आटा, नारियल आटा
FAQ : अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या सभी को ग्लूटन फ्री डाइट लेनी चाहिए?
उत्तर: नहीं। सिर्फ उन्हीं लोगों को ग्लूटन फ्री डाइट लेनी चाहिए जिन्हें ग्लूटन से एलर्जी या सिलिएक डिजीज हो।
Q2. क्या चावल में ग्लूटन होता है?
उत्तर: नहीं, चावल नेचुरली ग्लूटन फ्री होता है।
Q3. क्या ओट्स ग्लूटन फ्री होते हैं?
उत्तर: प्राकृतिक ओट्स ग्लूटन फ्री होते हैं, लेकिन प्रोसेसिंग के दौरान गेहूं से संपर्क होने से इनमें ग्लूटन आ सकता है। इसलिए “Certified Gluten-Free Oats” चुनें।
Q4. ग्लूटन इन्टॉलरेंस का इलाज क्या है?
उत्तर: इसका कोई इलाज नहीं, सिर्फ ग्लूटन से परहेज ही सबसे कारगर तरीका है।
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