राजस्थान की मिट्टी से जुड़ा ये पौष्टिक भोजन

फाइबर से भरपूर और ठंड में शरीर को गर्म रखने वाली बाजरे की रोटी

बाजरे की रोटी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से बनाई जाती है.

बाजरे की रोटी कब्ज और अपच की समस्या को दूर करती है

बाजरे की रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है

बाजरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई त्वचा की चमक को बढ़ाते हैं

बाजरे का आटा गेहूं की तरह लचीला नहीं होता. इस वजह से इसे गूंथने और बेलने में सावधानी रखनी पड़ती है

सेंकने के बाद घी लगाकर सरसों का साग, दही, गुड़ या बैंगन के भरते के साथ गरम-गरम परोसा जाता है.