पान के पत्ते भारतीय संस्कृति में एक खास स्थान रखते हैं। इन्हें अक्सर माउथ फ्रेशनर के तौर पर खाया जाता है,
पान के पत्तों में यूजेनॉल हाई लिपिड लेवल काफी कम होता है, जिससे आपके शरीर का खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है
पान के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर रूप से होता है, जो हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से सुरक्षित रख सकते हैं।
पेट संबंधी विकारों को दूर करने के लिए पान के पत्तों का काढ़ा पिएं। इसमें मौजूद गुण गैस्ट्रिक परेशानियों को कम कर सकता है।
पान के पत्तों का काढ़ा पीने से आपके मन को शांति मिलती है। इससे स्ट्रेस, चिंता और डिप्रेशन की परेशानियों को काफी हद तक दूर किया जा सकता है।
सांस संबंधी दिक्कतों जैसे अस्थमा, फेफड़ों में सूजन जैसी परेशानियों दूर किया जा सकता है।
पान के पत्तों का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले 1 से 2 कप पानी लें, इसमें 1 से 2 पत्तों को डालकर अच्छी तरह से उबाल लें।