16 साल में पहली बार जल्दी आया मानसून  केरल में आमतौर पर 1 जून के आसपास मानसून आता है, लेकिन इस बार 25 मई को ही मानसून ने दस्तक दे दी। ऐसा 2009 के बाद पहली बार हुआ है।

ऐसा क्यों हुआ? जानिए वैज्ञानिक कारण  IMD के अनुसार, अरब सागर में बना कम दबाव क्षेत्र, दक्षिण से उत्तर की ओर तेज हवाएं, और घने बादल मानसून के जल्दी आने की मुख्य वजह हैं।

मौसम बनता जा रहा है अनिश्चित  जानकारों के अनुसार, यह घटना क्लाइमेट चेंज का असर है, जिससे मौसम पहले से ज्यादा अनिश्चित और अस्थिर हो गया है।

मानसून से जुड़ा ऐतिहासिक डेटा  1918 में सबसे जल्दी 11 मई को मानसून आया था, जबकि 1972 में सबसे देर से 18 जून को। 2009 और 2001 में भी 23 मई को मानसून आया था।

अगले कुछ दिनों में भारी बारिश का अलर्ट  IMD ने केरल, कर्नाटक, गोवा और कोंकण में 24 से 29 मई तक भारी बारिश और 40–50 किमी/घंटा की हवाओं की चेतावनी दी है।

इन राज्यों में भी होगी बारिश  तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी अगले 5 दिनों तक छिटपुट बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।