महाकुंभ भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

धीरेंद्र शास्त्री का चौंकाने वाला दावा बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि ये लोग मरे नहीं, बल्कि उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई है।

अखाड़ा परिषद ने दी थी चेतावनी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने पहले ही प्रशासन को आगाह किया था कि ये चार से पांच दिन संवेदनशील होंगे, सतर्कता बरतनी जरूरी है।

शव और शिव पर राजनीति नहीं होनी चाहिए’ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि इस घटना पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए, यह सनातन आस्था और परंपरा से जुड़ा विषय है।

सनातन धर्म के खिलाफ साजिश का आरोप उन्होंने कहा कि महाकुंभ में हुई घटनाओं के पीछे बड़ी साजिश हो सकती है, जांच होने पर कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।

भारत में सनातन का बढ़ता गौरव शास्त्री जी ने कहा कि भारत अब दुनिया में सनातन धर्म के प्रतीक के रूप में उभर रहा है, हिंदू धर्म को अब सम्मान की नजर से देखा जा रहा है।

गंगा किनारे मृत्यु को मोक्ष बताया उन्होंने कहा कि जो गंगा किनारे मरता है, वह असल में मरता नहीं, बल्कि मोक्ष को प्राप्त करता है। हालांकि असमय मौत दुखद है, लेकिन अंत सभी को मिलता है