सिगरेट में मौजूद टार और निकोटीन फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।

धूम्रपान करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

सिगरेट पीने से फेफड़े, मुंह, गले, और पाचन तंत्र का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

धूम्रपान इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, जिससे शरीर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में असमर्थ हो जाता है।

पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इससे बांझपन और यौन समस्याएं हो सकती हैं।

सिगरेट पीने से त्वचा की उम्र जल्दी बढ़ती है। यह झुर्रियों और रूखेपन का कारण बनता है।

धूम्रपान से दांतों का रंग पीला हो जाता है और मसूड़ों की बीमारियां बढ़ सकती हैं।

सिगरेट पीने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।

धूम्रपान करने से स्ट्रेस और एंग्जायटी बढ़ सकती है। यह मस्तिष्क में केमिकल असंतुलन पैदा कर सकता है।

सिगरेट का धुआं (पैसिव स्मोकिंग) बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक है।