गुटखा खाने से मुंह का कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है

गुटखा खाने से गले के ऊतक क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, जिससे गले का कैंसर हो सकता है।

गुटखा पाचन तंत्र को प्रभावित करता है और अल्सर, एसिडिटी, और गैस्ट्रिक समस्याओं का कारण बन सकता है।

गुटखा खाने से मुंह की त्वचा सख्त हो जाती है, जिससे व्यक्ति का मुंह पूरी तरह से नहीं खुल पाता।

गुटखा दांतों को कमजोर करता है, जिससे दांतों का गिरना, सड़न, और मसूड़ों की बीमारियां होती हैं।

गुटखे में मौजूद हानिकारक तत्व लिवर को कमजोर करते हैं और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियां पैदा कर सकते हैं।

गुटखा खाने से दिल की धमनियां प्रभावित होती हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

गर्भवती महिलाओं के गुटखा खाने से भ्रूण के विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है।

गुटखे में निकोटीन की अधिकता मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, जिससे डिप्रेशन और एंग्जायटी हो सकती है।

इसे खाने से शरीर पर कई तरह के गंभीर दुष्प्रभाव होते हैं।