Published by :- Hritik Soni
Updated on: Saturday , 08 Feb 2025
Jamshedpur Murti Visarjan News 2025: बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान जमशेदपुर के काशीडीह में दो गुटों के बीच विवाद हो गया, जो धीरे-धीरे हिंसक झड़प में बदल गया। इस दौरान पथराव हुआ, जिसमें एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया और मूर्ति विसर्जन शांतिपूर्वक संपन्न कराया।
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कैसे हुआ विवाद?
यह घटना साकची थाना अंतर्गत काशीडीह इलाके में घटी, जहां काशीडीह यूथ क्लब की ओर से मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन का जुलूस निकाला गया था। प्रतिमा विसर्जन के दौरान जब जुलूस काशीडीह काली मंदिर (5 नंबर रोड के पास) पहुंचा, तो वहां डीजे पर तेज संगीत और डांस को लेकर विवाद शुरू हो गया। स्थानीय युवकों ने नशा करने का आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया, जिससे पूजा समिति और स्थानीय युवकों के बीच तू-तू, मैं-मैं होने लगी।
विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई और फिर पथराव होने लगा। इस घटना में एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही साकची पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया।
- पुलिस ने रोड से बिखरे पत्थरों को हटाया और स्थिति को सामान्य किया।
- साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जुलूस को सुवर्णरेखा नदी घाट तक पैदल लेकर गए, जहां प्रतिमा विसर्जन संपन्न कराया गया।
- फिलहाल किसी भी पक्ष ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
जमशेदपुर में मूर्ति विसर्जन के दौरान लगी आग, मची अफरा-तफरी
इस घटना के कुछ ही समय बाद, जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट मैदान में राधा कृष्णा ब्वॉयज क्लब द्वारा स्थापित 31 फीट ऊंची मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन के दौरान आग की चपेट में आ गई।
आग कैसे लगी?
- विसर्जन जुलूस के दौरान अचानक प्रतिमा में आग लग गई।
- आग लगते ही जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई।
- लोगों ने तुरंत पानी और बालू डालकर आग बुझाने का प्रयास किया।
सूचना मिलते ही झारखंड अग्निशमन विभाग की एक दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची और दमकलकर्मियों के प्रयास से आग को बुझा लिया गया। प्रशासन की ओर से आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जमशेदपुर प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए थे:
- पुलिस बल की तैनाती विसर्जन जुलूस के साथ की गई थी।
- ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई।
- आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए दमकल विभाग को अलर्ट रखा गया था।
- स्थानीय पूजा समितियों को निर्देश दिया गया था कि वे डीजे की आवाज सीमित रखें और नशा न करने दें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. जमशेदपुर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा क्यों हुई?
मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे की तेज आवाज और डांस को लेकर विवाद हुआ, जिससे दो पक्षों में झगड़ा हो गया और फिर पथराव शुरू हो गया।
2. क्या इस हिंसा में कोई हताहत हुआ?
नहीं, इस घटना में किसी की जान नहीं गई, लेकिन एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गए।
3. प्रशासन ने आग लगने की घटना पर क्या कार्रवाई की?
झारखंड अग्निशमन विभाग की एक दमकल गाड़ी ने आग पर काबू पाया और प्रशासन ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
4. प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन के दौरान सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए थे?
प्रशासन ने पुलिस बल, ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी कैमरे, दमकल गाड़ियां और सुरक्षा दिशानिर्देशों के जरिए व्यवस्था बनाए रखी।
5. श्रद्धालुओं को विसर्जन के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- डीजे की आवाज नियंत्रित रखें।
- नशा करने से बचें।
- आपसी विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं।
- आपात स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें।
निष्कर्ष
जमशेदपुर में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो बड़ी घटनाएं सामने आईं—पहली हिंसा और पथराव, दूसरी आगजनी। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की तत्परता से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
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