By Roshan Soni
Edited By : Roshan Soni
Updated : Saturday , 31 May 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में स्टील आयात पर टैरिफ 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है। इसका सीधा असर चीन, कनाडा और यूरोपीय देशों पर पड़ेगा। जानिए इस फैसले के पीछे की रणनीति और अमेरिकी स्टील उद्योग का भविष्य।

Contents
मुख्य बातें:
- ट्रंप ने स्टील टैरिफ 25% से बढ़ाकर 50% किया
- शंघाई की ‘घटिया’ स्टील पर हमला, पिट्सबर्ग की मजबूती पर भरोसा
- चीन, कनाडा और यूरोप से आयात पर असर
- निप्पॉन स्टील की US Steel के अधिग्रहण की डील
- यूनियन को डील की पारदर्शिता पर संदेह
🇺🇸 डोनाल्ड ट्रंप का स्टील पर टैरिफ डबल करने का ऐलान
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा आर्थिक दांव खेला है। उन्होंने स्टील के आयात पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% करने का ऐलान किया है। ट्रंप ने यह घोषणा पिट्सबर्ग के मोन वैली वर्क्स-इरविन प्लांट में की और जोर देकर कहा कि:
“अमेरिका का भविष्य शंघाई की घटिया स्टील पर नहीं, पिट्सबर्ग की ताकत और गौरव पर आधारित होगा।”
इस बयान से यह स्पष्ट है कि ट्रंप घरेलू उद्योगों को पुनर्जीवित करने के अपने पुराने एजेंडे “America First” को फिर से मजबूती से लागू कर रहे हैं।
चीन-अमेरिका व्यापार तनाव और रणनीतिक चाल
इस फैसले के पीछे का सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध है। विशेषकर महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तनाव गहराता जा रहा है। ट्रंप ने इस कदम के जरिए चीन पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की रणनीति अपनाई है ताकि:
- अमेरिका विदेशी स्टील पर निर्भर न रहे
- घरेलू स्टील उद्योग को बढ़ावा मिले
- नौकरियों का सृजन हो
- राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी ढांचे की मजबूती सुनिश्चित की जा सके
यूएस स्टील और निप्पॉन डील: जापान-अमेरिका की नई साझेदारी
📌 डील का मुख्य बिंदु:
- जापान की Nippon Steel कंपनी अमेरिका की यूएस स्टील का अधिग्रहण करेगी।
- कंपनी अमेरिकी नियंत्रण में ही रहेगी।
- इसमें एक गोल्डन शेयर यानी विशेष वीटो शक्ति का प्रावधान होगा।
- अमेरिकी नेतृत्व टीम ही निर्णय लेगी।
हालांकि डील के सभी पहलू अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इसे यूएस स्टील को विदेशी नियंत्रण से बचाने की रणनीति माना जा रहा है।
⚙️ यूनियनों की चिंता: क्या यह डील पारदर्शी है?
United Steelworkers Union ने इस डील पर कई सवाल उठाए हैं। यूनियन का कहना है कि:
“निप्पॉन स्टील बिना पूर्ण स्वामित्व के निवेश नहीं करेगी, जबकि उसने पहले ऐसा कहा था। इसलिए हमें डील की पारदर्शिता पर संदेह है।”
यूनियन को डर है कि विदेशी स्वामित्व से अमेरिकी श्रमिकों की सुरक्षा और नौकरियों पर खतरा मंडरा सकता है।
🏭 स्टील पर टैरिफ बढ़ने से किन-किन क्षेत्रों पर पड़ेगा असर?
1. निर्माण क्षेत्र (Construction Industry)
स्टील की लागत बढ़ने से बिल्डिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की लागत में भारी इजाफा होगा।
2. ऑटोमोटिव इंडस्ट्री (Automotive Sector)
कार बनाने वाली कंपनियों की लागत बढ़ेगी, जिससे कारें महंगी हो सकती हैं।
3. रियल एस्टेट मार्केट
रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स की लागत में वृद्धि से फ्लैट्स और मकानों की कीमतों में उछाल आ सकता है।
4. कंज्यूमर गुड्स (Consumer Goods)
वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर और इलेक्ट्रॉनिक सामान में स्टील का उपयोग होता है, जिससे कीमतें बढ़ सकती हैं।
किन देशों को पड़ेगा सबसे बड़ा झटका?
🇨🇳 चीन
चीन, जो कि अमेरिका को सबसे अधिक स्टील निर्यात करता है, को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। यह कदम चीन के लिए बड़ा आर्थिक झटका साबित हो सकता है।
🇨🇦 कनाडा
अमेरिका के स्टील आयात का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत कनाडा है। कनाडाई कंपनियों को भी अपने व्यापार मॉडल पर पुनर्विचार करना होगा।
🇪🇺 यूरोपियन यूनियन
यूरोपियन देशों के लिए यह फैसला अप्रत्याशित हो सकता है, जिससे यूरोपीय स्टील कंपनियां अमेरिका में अपनी पकड़ कमजोर होते देख सकती हैं।
📊 ट्रंप की रणनीति: अमेरिका को आत्मनिर्भर बनाना
ट्रंप का कहना है कि वह अमेरिका को “मेक इन यूएसए” की राह पर ले जाना चाहते हैं। उनका मानना है कि विदेशी स्टील पर निर्भरता:
- राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है
- अमेरिकी मजदूरों की नौकरियों को नुकसान पहुंचाती है
- अमेरिका की आर्थिक रीढ़ को कमजोर बनाती है
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- Q1. ट्रंप ने स्टील पर टैरिफ क्यों बढ़ाया?
- उत्तर: ट्रंप ने घरेलू स्टील उद्योग को बढ़ावा देने और चीन से आयातित स्टील पर निर्भरता कम करने के लिए यह कदम उठाया है।
- Q2. इसका असर किन-किन सेक्टरों पर पड़ेगा?
- उत्तर: निर्माण, ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स सेक्टर पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
- Q3. निप्पॉन स्टील और यूएस स्टील की डील क्या है?
- उत्तर: जापानी कंपनी निप्पॉन स्टील अमेरिकी कंपनी यूएस स्टील का अधिग्रहण करेगी, लेकिन कंपनी अमेरिकी नियंत्रण में ही रहेगी।
- Q4. क्या इस डील पर विवाद है?
- उत्तर: हां, यूनियनों को डील की पारदर्शिता और अमेरिकी नौकरियों की सुरक्षा को लेकर चिंता है।
- Q5. टैरिफ से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर क्या असर पड़ेगा?
- उत्तर: उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रंप का स्टील पर टैरिफ बढ़ाने का फैसला अमेरिका की आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है। यह कदम घरेलू उद्योग को मजबूत कर सकता है, लेकिन इससे वैश्विक व्यापार में तनाव भी बढ़ेगा। चीन, कनाडा और यूरोपीय देशों को इस फैसले का प्रभाव गंभीर रूप से महसूस होगा।
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