Published by :- Hritik Kumar
Updated on: Thursday, 06 Feb 2025
फुफंदी गांव के गुनी महतो का निधन
हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड स्थित फुफंदी गांव के निवासी गुनी महतो (70 वर्ष) की मथुरा में असामयिक मौत हो गई। उनके चचेरे भाई अनिल मेहता के अनुसार, गुनी महतो 3 फरवरी को अपनी पत्नी, परिवार के अन्य सदस्यों और ग्रामीणों के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान के लिए गए थे।
त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद, वह भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा के दर्शन के लिए गए। इसी दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार ने उनके पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से गांव लाने की व्यवस्था की है। इस घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
बरही मलकोको की सोनमती देवी लापता
बरही थाना क्षेत्र के मलकोको गांव निवासी रूपलाल तुरी की पत्नी सोनमती देवी (54) प्रयागराज में कुंभ स्नान के दौरान लापता हो गई हैं। परिजनों के अनुसार, वह 20 जनवरी को गांव के अन्य लोगों के साथ कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गई थीं।
कुंभ मेले के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिससे वह घर लौटने की जिद करने लगीं। 29 जनवरी की सुबह 7:30 बजे, उनकी टोली के सदस्य बिनोद रविदास ने उन्हें बनारस जाने वाली जनरथ बस में बैठा दिया और बनारस से असनसोल पैसेंजर ट्रेन पकड़ने की सलाह दी। लेकिन इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला।
उनके बेटे दामोदर तुरी ने बताया कि उन्होंने बनारस पहुंचकर स्थानीय थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। परिवार सोनमती देवी की तलाश में लगातार प्रयत्नशील है और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है।
महत्वपूर्ण सवाल (FAQs)
- गुनी महतो की मौत कैसे हुई?
- संगम में स्नान करने के बाद मथुरा दर्शन के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
- सोनमती देवी कब और कैसे लापता हुईं?
- 29 जनवरी को बनारस जाने वाली बस में बैठने के बाद से उनका कोई पता नहीं चला।
- क्या सोनमती देवी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है?
- हां, उनके परिवार ने बनारस थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
- प्रशासन से क्या अपील की गई है?
- परिवार ने प्रशासन से सोनमती देवी की जल्द से जल्द तलाश करने की अपील की है।
- क्या कुंभ मेले में ऐसे हादसे आम हैं?
- कुंभ मेले में भीड़ अधिक होती है, जिससे कभी-कभी लोग लापता हो जाते हैं या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं।
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन को और सतर्कता बरतनी चाहिए, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से अपनी धार्मिक यात्रा पूरी कर सकें।
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