“अमेरिका से निर्वासित 104 भारतीय नागरिकों की कहानी: कैसे और कहाँ पकड़े गए?”

Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Friday , 07 Feb 2025

104 भारतीय नागरिकों को अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया और उन्हें अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर गिरफ्तार किया गया। जानें इस प्रक्रिया के बारे में और उनकी पीड़ा के बारे में।


अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों का मामला: 104 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया

हाल ही में अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को निर्वासित कर दिया और इन सभी को मेक्सिको-अमेरिका सीमा पर गिरफ्तार किया गया। इन भारतीय नागरिकों में से कई पंजाब और गुजरात से थे, और ये सभी अमेरिका में प्रवेश करने के लिए भारी रकम खर्च कर चुके थे।

Credit as Aaj tak

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कैसे और कहाँ इन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, उनके अनुभव क्या थे, और उन्होंने अमेरिका पहुँचने के लिए कितनी कठिनाइयाँ झेली।


कहाँ और कैसे पकड़े गए ये भारतीय नागरिक?

इन भारतीय नागरिकों को फरवरी 2025 में अमृतसर हवाई अड्डे पर एक अमेरिकी सैन्य विमान से लाया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, ये नागरिक जनवरी या दिसंबर 2024 के अंत में मेक्सिको-अमेरिका सीमा तक पहुँच गए थे। जहां उन्हें अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने की कोशिश के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।

भारत से अवैध प्रवास की कठिनाइयाँ

इनमें से कई लोग 30 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक खर्च करके अमेरिका पहुँचने का प्रयास कर रहे थे। कई एजेंटों से संपर्क कर उन्होंने यह रकम चुकाई, जो उन्हें अवैध रास्तों से अमेरिका भेजने का वादा कर रहे थे।

मोहाली के जुरैत गाँव के प्रदीप सिंह, फतेहगढ़ साहिब के जसविंदर सिंह और लुधियाना के मुस्कान जैसे लोग इन 104 निर्वासित भारतीयों में शामिल थे, जिन्होंने अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश की।


प्रवासियों का दर्द और संघर्ष

इन भारतीय नागरिकों ने अपनी पीड़ा भी साझा की। प्रदीप सिंह ने बताया कि वह छह महीने पहले घर से निकलकर मैक्सिको-अमेरिका सीमा तक पहुँच गए थे और इस यात्रा में उन्होंने 42 लाख रुपये खर्च किए। दो सप्ताह पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसी तरह, जसविंदर सिंह और अमृत सिंह जैसे लोग भी अपनी जान जोखिम में डालकर सीमा तक पहुंचे, लेकिन अंत में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।


अमेरिका की सख्त सीमा नीति और भारतीय नागरिकों की गिरफ्तारी

अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासन के दौरान अपनी सीमा सुरक्षा कड़ी कर दी थी, और इसका असर भारतीय नागरिकों पर पड़ा। 104 निर्वासित भारतीय नागरिकों में से अधिकांश को सख्त सीमा नियंत्रण की वजह से गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा।


प्रवासन के लिए खर्च की गई भारी रकम

ये लोग अमेरिका पहुँचने के लिए भारी रकम खर्च करते हैं। उन्होंने विभिन्न एजेंटों को पैसे दिए थे जो उन्हें अमेरिका के रास्ते पर भेजते थे। यहाँ तक कि कुछ ने अपने जीवन की सबसे बड़ी रकम खर्च की, ताकि वे बेहतर भविष्य के लिए अमेरिका पहुँच सकें। इस प्रवास के दौरान, कई लोगों को अपने परिवार से दूर रहना पड़ा और कई महीनों तक अपने जीवन की सुरक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ा।


निवासियों का योगदान और सुधार की आवश्यकता

इन घटनाओं को लेकर कई लोग यह मानते हैं कि भारतीय नागरिकों के लिए बेहतर समझ और मार्गदर्शन की आवश्यकता है ताकि वे अवैध तरीके से प्रवास करने के बजाय वैध तरीके से अपने सपनों को पूरा कर सकें।


सामान्य प्रश्न (FAQ)

  1. क्या इन भारतीय नागरिकों को अमेरिका से निर्वासित किया गया था?
    • हां, अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से प्रवेश करने के कारण निर्वासित किया और उन्हें मेक्सिको-अमेरिका सीमा पर गिरफ्तार किया।
  2. अमेरिका में अवैध प्रवास के लिए कितना पैसा खर्च हुआ था?
    • इन भारतीय नागरिकों ने 30 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक खर्च किए थे।
  3. क्या भारतीय नागरिकों ने अवैध प्रवास के लिए एजेंटों की मदद ली थी?
    • हां, इन नागरिकों ने अवैध तरीके से अमेरिका पहुँचने के लिए एजेंटों से मदद ली थी।
  4. भारत के किस राज्य से सबसे ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए थे?
    • पंजाब और गुजरात से सबसे ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए थे।
  5. क्या इन भारतीय नागरिकों को वापसी के दौरान अमृतसर लाया गया था?
    • हां, इन सभी 104 भारतीय नागरिकों को एक अमेरिकी सैन्य विमान द्वारा अमृतसर हवाई अड्डे पर लाया गया था।

समाप्ति

इस घटनाक्रम ने अवैध प्रवास के मुद्दे को उजागर किया है और यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि प्रवासियों के लिए क्या कानूनी और सुरक्षित तरीके उपलब्ध हैं। यदि आप भी इस विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और ऐसे ही कंटेंट के लिए जुड़े रहें।


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