Published by :- Hritik Kumar
Updated on: Sunday, 02 Feb 2025
2 फरवरी 2001 को खूंटी जिले के तपकारा में घटी भयावह गोलीकांड की याद में हर साल श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सैकड़ों लोग शहीद स्थल पर जुटेंगे।
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तपकारा गोलीकांड की याद में श्रद्धांजलि सभा

2 फरवरी 2001 को खूंटी जिले के तपकारा में हुए गोलीकांड में आठ आंदोलनकारी शहीद हो गए थे। हर वर्ष की तरह इस साल भी 2 फरवरी को तपकारा शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी। कोयल कारो जनसंगठन की ओर से यह आयोजन किया जाता है, जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सैकड़ों लोग जमा होंगे।
श्रद्धांजलि समारोह का विवरण
कार्यक्रम की शुरुआत शहीदों के परिजनों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करने से होगी। उसके बाद स्थानीय लोग मौन जुलूस निकालेंगे, जो तपकारा के विभिन्न मार्गों से होते हुए शहीद स्थल पहुंचेगा। इस अवसर पर एक सभा भी आयोजित की जाएगी। इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर कोयल कारो जनसंगठन की एक बैठक हुई, जिसमें सभा के स्वरूप को अंतिम रूप दिया गया।
श्रद्धांजलि के कार्यक्रम के कारण इस दिन क्षेत्र के प्रमुख पिकनिक स्पॉट जैसे पेरवांघाघ, पांडुपुरिंग और चंचलाघाघ बंद रहेंगे।
तपकारा गोलीकांड: एक दुखद इतिहास
तपकारा गोलीकांड की घटना 2 फरवरी 2001 को घटी थी, जब कोयल कारो जनसंगठन ने तपकारा ओपी का घेराव किया था। इस घेराव के दौरान पुलिस द्वारा गोलियां चलाई गईं, जिसमें आठ आंदोलनकारी शहीद हो गए। इस घटना के बाद से हर साल 2 फरवरी को शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाती है।
शहीदों की सूची
तपकारा गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों की सूची इस प्रकार है:
- जमाल खान (तपकारा)
- बोडा पाहन (चंपाबहा)
- सुरसेन गुड़िया (डेरांग)
- सोमा जोसेफ गुड़िया (गोंडरा)
- लुकस गुड़िया (गोंडरा)
- प्रभु सहाय कंडुलना (बेलसिया जराकेल)
- समीर डहंगा (बंडा जयपुर)
- सुंदर कंडुलना (बनई)
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. तपकारा गोलीकांड कब हुआ था? तपकारा गोलीकांड 2 फरवरी 2001 को हुआ था, जब कोयल कारो जनसंगठन ने तपकारा ओपी का घेराव किया था।
2. श्रद्धांजलि कार्यक्रम कहां आयोजित होगा? श्रद्धांजलि कार्यक्रम तपकारा शहीद स्थल पर आयोजित होगा, जहां शहीदों की याद में जुलूस और सभा का आयोजन किया जाएगा।
3. इस दिन पिकनिक स्पॉट क्यों बंद रहेंगे? श्रद्धांजलि कार्यक्रम के कारण पेरवांघाघ, पांडुपुरिंग और चंचलाघाघ पिकनिक स्पॉट पर लोगों की भीड़ हो सकती है, इसलिए उन्हें बंद रखा जाएगा।
4. तपकारा गोलीकांड में कितने लोग शहीद हुए थे? इस गोलीकांड में आठ आंदोलनकारी शहीद हुए थे।
निष्कर्ष
तपकारा गोलीकांड की बरसी हर साल लोगों को शहीदों की याद दिलाती है और इस दिन को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग एकत्र होते हैं। यह घटना न केवल खूंटी के लोगों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दा बन चुकी है।
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