By Roshan Soni
Edited By : Roshan Soni
Updated : Monday , 2 June 2025
Contents
- 1 दिल्ली में धूल भरी आंधी ने बढ़ाई परेशानी, इंडिगो विमान को हवा में झेलना पड़ा जबरदस्त टर्बुलेंस
- 1.1 21 मई 2025: श्रीनगर फ्लाइट में भी हुआ था बड़ा टर्बुलेंस
- 1.2 क्या होता है एयर टर्बुलेंस? (Air Turbulence Explained in Hindi)
- 1.3 यात्रियों के लिए क्या हैं सावधानियाँ?
- 1.4 क्या पायलट को टर्बुलेंस का पहले से पता होता है?
- 1.5 घटना का वीडियो क्यों हुआ वायरल?
- 1.6 फ्लाइट के बाद यात्री और क्रू की स्थिति कैसी रही?
रायपुर से दिल्ली आ रही इंडिगो फ्लाइट में धूल भरी आंधी की वजह से एयर टर्बुलेंस हुआ। जानिए पूरी घटना, यात्रियों की हालत, और एयर टर्बुलेंस से कैसे बचा जाए।
दिल्ली में धूल भरी आंधी ने बढ़ाई परेशानी, इंडिगो विमान को हवा में झेलना पड़ा जबरदस्त टर्बुलेंस
1 जून 2025 को दिल्ली में आए तेज़ आंधी-तूफान ने हवाई उड़ानों को भी प्रभावित किया। रायपुर से दिल्ली आ रही इंडिगो फ्लाइट 6E 6313 अचानक तेज़ हवा और धूल भरी आंधी की चपेट में आ गई। विमान को जबरदस्त एयर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
लैंडिंग के समय हालात बेहद चुनौतीपूर्ण
विमान जब दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग की तैयारी कर रहा था, तभी मौसम अचानक बिगड़ गया। 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही धूल भरी हवाओं की वजह से पायलट ने लैंडिंग को टाल दिया और विमान को वापस ऊपर उठा लिया। कई मिनटों तक विमान को आसमान में चक्कर लगाने पड़े, जब तक मौसम थोड़ा शांत नहीं हुआ।
पायलट की सूझबूझ से बची 180+ यात्रियों की जान
जैसे ही मौसम में थोड़ा सुधार हुआ, पायलट ने विमान को सुरक्षित लैंडिंग कराई। पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से यात्री घबराए हुए थे। मगर पायलट की सूझबूझ और अनुभव से बड़ी अनहोनी टल गई।
21 मई 2025: श्रीनगर फ्लाइट में भी हुआ था बड़ा टर्बुलेंस
इससे पहले 21 मई को श्रीनगर से दिल्ली जा रही इंडिगो की फ्लाइट भी भारी टर्बुलेंस और ओलावृष्टि की चपेट में आ गई थी। उस समय विमान का नोज़ रेडोम (Nose Radome) टूट गया था, जिससे रडार एंटीना को खतरा हुआ।
क्या हुआ था उस फ्लाइट में?
- विमान में 220 से अधिक यात्री थे
- ऑटोपायलट सिस्टम बंद हो गया
- कई महत्वपूर्ण सिस्टम जैसे Angle of Attack, Backup Speed Scale फेल हो गए
- पायलट ने “PAN PAN” कॉल के ज़रिए इमरजेंसी घोषित की
- मैन्युअली विमान को कंट्रोल कर श्रीनगर में सुरक्षित लैंड कराया गया
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि टर्बुलेंस कितनी खतरनाक हो सकती है, विशेषकर जब तकनीकी दिक्कतें भी जुड़ जाएं।
क्या होता है एयर टर्बुलेंस? (Air Turbulence Explained in Hindi)
एयर टर्बुलेंस हवाई यात्रा के दौरान आने वाला एक झटका या कंपन होता है, जो हवा में अनियमित दबाव, दिशा या गति में बदलाव की वजह से होता है।
एयर टर्बुलेंस के मुख्य कारण:
- जेट स्ट्रीम: ऊपरी वायुमंडल में तेज़ चलने वाली हवाएं
- क्युमुलोनिम्बस बादल: गरज-चमक वाले बादल
- ओलावृष्टि और तूफान
- पर्वतीय क्षेत्र के ऊपर चलने वाली हवा की लहरें (Mountain Wave Turbulence)
- वातावरणीय अस्थिरता (Thermal Uplift)
📉 टर्बुलेंस के प्रकार:
प्रकार | गंभीरता | प्रभाव |
---|---|---|
हल्का (Light) | मामूली कंपन | सीट बेल्ट झटका |
मध्यम (Moderate) | शरीर हिल सकता है | पेय गिर सकते हैं |
गंभीर (Severe) | चीज़ें उड़ सकती हैं | यात्रियों को चोट लग सकती है |
अत्यंत गंभीर (Extreme) | कंट्रोल खो सकता है | बहुत ही दुर्लभ, दुर्घटना की संभावना |
यात्रियों के लिए क्या हैं सावधानियाँ?
टर्बुलेंस से बचाव पूरी तरह से संभव नहीं है, लेकिन आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं:
- ✈️ हमेशा सीट बेल्ट बांधकर रखें
- 🛑 जब भी क्रू “फास्टन सीट बेल्ट” संकेत दे, तुरंत उसका पालन करें
- 🧳 भारी सामान को ऊपर के बक्सों में अच्छी तरह रखें
- 👶 बच्चों को सुरक्षित बेल्ट में बांधें
- 🚫 टर्बुलेंस के दौरान वॉशरूम न जाएं
क्या पायलट को टर्बुलेंस का पहले से पता होता है?
जी हां, पायलटों के पास रडार सिस्टम और ATC (Air Traffic Control) की जानकारी होती है जो उन्हें संभावित खराब मौसम और टर्बुलेंस की चेतावनी देती है। लेकिन कुछ टर्बुलेंस, जैसे Clear Air Turbulence (CAT) बिना किसी विज़िबल संकेत के भी हो सकते हैं।
घटना का वीडियो क्यों हुआ वायरल?
इस घटना के दौरान एक यात्री ने फ्लाइट के अंदर का मोबाइल वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें लोग घबराए हुए नजर आए। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंडिगो और DGCA की टीम ने इस पर संज्ञान लिया।
फ्लाइट के बाद यात्री और क्रू की स्थिति कैसी रही?
फ्लाइट की लैंडिंग के बाद यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं। एयरलाइंस ने सभी यात्रियों को तत्काल मेडिकल सहायता और मानसिक परामर्श (Counselling) देने की घोषणा की।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
❓ एयर टर्बुलेंस क्या होता है?
👉 जब विमान को हवा में अस्थिरता या अचानक झटके का सामना करना पड़ता है, तो उसे एयर टर्बुलेंस कहते हैं।
❓ क्या एयर टर्बुलेंस से फ्लाइट क्रैश हो सकती है?
👉 बहुत ही दुर्लभ स्थिति में, अगर टर्बुलेंस बेहद गंभीर हो और तकनीकी खामी हो जाए, तभी खतरा होता है। आमतौर पर फ्लाइट सुरक्षित रहती है।
❓ क्या सभी यात्रियों को सीट बेल्ट बांधना जरूरी है?
👉 हां, खासकर जब “सीट बेल्ट” संकेत जल रहा हो। यह आपकी सुरक्षा के लिए ज़रूरी है।
❓ क्या टर्बुलेंस का इलाज संभव है?
👉 इलाज नहीं, लेकिन इससे बचने के उपाय पायलट और एयरलाइंस पहले से ही अपनाते हैं। इसके लिए मौसम डेटा और एयर रूट प्लानिंग की जाती है।
❓ एयर टर्बुलेंस में घबराना कितना सामान्य है?
👉 यह स्वाभाविक है। लेकिन क्रू ट्रेनिंग प्राप्त होते हैं और विमान डिजाइन किए जाते हैं ताकि ऐसी परिस्थितियों को झेला जा सके।
निष्कर्ष: टर्बुलेंस डरावना हो सकता है, लेकिन घबराएं नहीं – विमान सुरक्षित रहते हैं
फ्लाइट में हल्का या मध्यम टर्बुलेंस आम बात है। पायलट, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और एयरलाइंस की सावधानियों की वजह से अधिकांश फ्लाइट्स सुरक्षित होती हैं। यात्रियों को केवल निर्देशों का पालन करना चाहिए और मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए।
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✈️ सुरक्षित उड़ान की शुभकामनाएं!
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