लेखक :- Sourav Kumar
कैटेगरी :- एजुकेशन| महाराष्ट्र SSC रिजल्ट 2025
Publish Date :- Wednesday, 14 May 2025
Contents
मुख्य बातें
भारतीय वायुसेना की “ऑपरेशन सिंदूर” स्ट्राइक के बाद डासॉल्ट एविएशन के शेयरों में उछाल
राफेल और SCALP/HAMMER मिसाइलों का इस्तेमाल
पिछले 5 सालों में 355% तक का रिटर्न
विशेषज्ञों का कहना: 280 पर सपोर्ट, 330 पर टारगेट
क्या है डासॉल्ट एविएशन और राफेल का संबंध?

डासॉल्ट एविएशन फ्रांस की एक प्रमुख एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी है, जो राफेल फाइटर जेट्स बनाती है। हाल ही में, 7 मई को भारतीय वायुसेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और अन्य आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। इसमें राफेल जेट्स ने SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER बम का उपयोग किया।
इस रणनीतिक कार्रवाई के बाद डासॉल्ट एविएशन के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई।
डासॉल्ट एविएशन का स्टॉक प्रदर्शन
पिछले 5 सालों में: 355% से अधिक का रिटर्न
हालिया गिरावट: पिछले 5 कारोबारी दिनों में 5% की गिरावट
वित्तीय प्रदर्शन: €6.24 बिलियन का सालाना रेवेन्यू, €924 मिलियन का नेट प्रॉफिट
फ्रेंच एयरोस्पेस सेक्टर की ग्रोथ: 17.7%
क्या शेयर नई ऊंचाई छू पाएगा? जानिए एक्सपर्ट की राय
अनंद राठी के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक गणेश डोंगरे के अनुसार:
डासॉल्ट का शेयर मंथली चार्ट पर बुलिश हैमर पैटर्न बना रहा है, जो मजबूत संकेत देता है।
शेयर ने 280 के स्तर पर डबल बॉटम बनाया है — यह स्तर अब महत्वपूर्ण सपोर्ट की तरह काम करेगा।
रेजिस्टेंस जोन: 320 से 330
टारगेट: 330 (शॉर्ट टर्म)
स्टॉप लॉस: 280
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने होल्डिंग्स को बनाए रखें और नए निवेशक 280 के स्टॉप लॉस के साथ 330 के लक्ष्य तक खरीदारी कर सकते हैं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या भारत-पाक तनाव से डिफेंस कंपनियों के शेयर बढ़ते हैं?
हाँ, जब भी डिफेंस से जुड़ी घटनाएं होती हैं, तो उससे संबंधित कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिलती है।
Q2. क्या अभी डासॉल्ट एविएशन में निवेश करना सही है?
तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार, 280 का स्टॉप लॉस लगाकर 330 तक का शॉर्ट टर्म टारगेट रखा जा सकता है।
Q3. क्या राफेल जेट्स का उपयोग भविष्य में और बढ़ेगा?
भारत सहित कई देशों में राफेल की मांग बनी हुई है, जिससे डासॉल्ट एविएशन को फायदा हो सकता है।
Q4. ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
यह भारतीय वायुसेना द्वारा 7 मई 2025 को किया गया एक प्रिसिशन स्ट्राइक मिशन है, जिसमें राफेल और SCALP मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ।
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