सेहत के लिए भीगा या उबला हुआ चना – जानें कौन सा ज्यादा फायदेमंद है और इसे खाने का सही तरीका
Published by: Roshan Soni
Updated on: Saturday, 03 Nov 2024
Introduction:
सेहत के लिए चना भारतीय खानपान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे एक सुपरफूड माना जाता है। प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर, चना न केवल शक्ति प्रदान करता है बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करता है। चाहे आप अपने वर्कआउट रूटीन के लिए ऊर्जा बढ़ाना चाहते हों या अपने शरीर की ताकत को मजबूत करना चाहते हों, चना खाने का सही तरीका जानना आवश्यक है। तो आइए जानते हैं कि भीगा हुआ चना और उबला हुआ चना में से कौन सा विकल्प स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद है।
भीगा हुआ चना: पोषक तत्वों का भंडार
भीगे हुए चने को रातभर पानी में रखने के बाद सुबह खाली पेट खाना सेहत के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है। भीगने के दौरान चने में मौजूद एंटी-न्यूट्रिएंट्स समाप्त हो जाते हैं, जिससे इसके पोषक तत्व शरीर में तेजी से अवशोषित हो सकते हैं।
भीगे हुए चने के फायदे
- पाचन सुधार: भीगे हुए चने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है।
- डायबिटीज के लिए लाभकारी: भीगा चना शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
- दिल की बीमारियों से बचाव: चने में मौजूद फाइबर और मिनरल्स कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है: भीगे चने में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देते हैं।
टिप: अंकुरित चना (स्प्राउटेड चना) भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे और अधिक पोषक तत्व मिलते हैं।
उबला हुआ चना: स्वाद और सेहत का बेहतरीन मेल
उबले हुए चने का स्वाद अधिकतर लोगों को पसंद आता है, खासकर तब जब वे बिना किसी तेल या मसाले के उबाले गए हों। उबले हुए चने पचने में आसान होते हैं और इन्हें सीधे खाया जा सकता है।
उबले हुए चने के फायदे
- एनर्जी बूस्टर: उबले हुए चने ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत हैं, जो दिनभर शरीर को सक्रिय रखते हैं। यह एथलीट्स और जिम करने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
- कैलोरी में कम: उबले चने में कैलोरी कम होती है, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- पोषक तत्वों से भरपूर: उबालने के बावजूद, चने में प्रोटीन, फाइबर, और मिनरल्स बरकरार रहते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
- विटामिन और मिनरल्स: उबले हुए चने में विटामिन बी का भी अच्छा स्रोत होता है, जो मेटाबोलिज्म को सक्रिय रखने में मदद करता है।
नोट: उबले चने का स्वाद बेहतर होता है, लेकिन ध्यान रखें कि उसमें मसाले या तेल न मिलाएं, क्योंकि इससे उसकी पौष्टिकता में कमी आ सकती है।
भीगा या उबला: कौन सा चना है बेहतर?
भीगे हुए और उबले हुए दोनों ही चने सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
- भीगा हुआ चना: अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं या दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो भीगा हुआ चना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। यह पचने में भी आसान है और शरीर को अधिक पोषक तत्व प्रदान करता है।
- उबला हुआ चना: अगर आपको जल्दी एनर्जी चाहिए और आप अपने वर्कआउट के लिए कुछ हल्का और पौष्टिक खाना चाहते हैं, तो उबला हुआ चना बेहतरीन विकल्प है।
चना खाने का सही समय और मात्रा
- सुबह खाली पेट: सुबह खाली पेट भीगा हुआ चना खाने से अधिक लाभ मिलता है, क्योंकि इससे शरीर को भरपूर पोषक तत्व मिलते हैं और यह पाचन में सुधार करता है।
- वर्कआउट से पहले: उबला हुआ चना वर्कआउट से पहले खाने से ऊर्जा बढ़ती है और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
- मात्रा का ध्यान रखें: किसी भी चीज का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, एक दिन में एक मुट्ठी चना (लगभग 30-40 ग्राम) पर्याप्त होती है।
चना के अन्य स्वास्थ्य लाभ
- प्रोटीन का अच्छा स्रोत: चने में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो मांसपेशियों के विकास और मरम्मत में सहायक है।
- फाइबर से भरपूर: फाइबर पाचन में सुधार करता है और आंतों को स्वस्थ बनाए रखता है।
- विटामिन्स और मिनरल्स: चने में विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, और पोटैशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो हड्डियों और दिल की सेहत के लिए लाभकारी हैं।
- एनर्जी का बेहतरीन स्रोत: यह एक बेहतरीन एनर्जी बूस्टर है, जो दिनभर आपको ऊर्जावान बनाए रखता है।
निष्कर्ष
भीगा हुआ चना और उबला हुआ चना, दोनों ही अपने-अपने तरीके से लाभकारी हैं।
सेहत के अनुसार इन्हें चुना जा सकता है, और नियमित रूप से इनका सेवन करके आप अपने शरीर को ताकत और ऊर्जा से भरपूर बना सकते हैं।