Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Saturday , 22 Feb 202
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा की नई सरकार ने अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं। रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिनमें यमुना आरती और कैबिनेट बैठक शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में अभी भी अरविंद केजरीवाल द्वारा लिए गए फैसले की छाप दिखाई दी। आइए जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से।
Contents
- 1 रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री
- 1.1 शपथ ग्रहण के बाद पहला कदम
- 1.2 केजरीवाल के फैसले की छाप सीएम ऑफिस में दिखी
- 1.3 क्या था केजरीवाल का फैसला?
- 1.4 नई सरकार में क्या बदला?
- 1.5 पहली कैबिनेट बैठक और बड़े फैसले
- 1.6 बैठक में प्रमुख चर्चा के बिंदु:
- 1.7 यमुना सफाई को लेकर सरकार की प्राथमिकता
- 1.8 यमुना की सफाई क्यों जरूरी है?
- 1.9 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- 2 निष्कर्ष
रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली में नई सरकार बनाई है और रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया। उन्होंने यमुना की सफाई को अपनी सरकार के मुख्य एजेंडे में शामिल किया है।
शपथ ग्रहण के बाद पहला कदम
शपथ लेने के बाद रेखा गुप्ता ने अपने मंत्रियों के साथ वासुदेव घाट पर यमुना आरती में भाग लिया। भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान यमुना की सफाई को एक बड़ा मुद्दा बनाया था, और सरकार बनने के तुरंत बाद इस दिशा में कदम उठाने से उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट हो जाती है।
केजरीवाल के फैसले की छाप सीएम ऑफिस में दिखी
दिल्ली सचिवालय में जब रेखा गुप्ता अपने नए ऑफिस में पहुंचीं, तो वहां अरविंद केजरीवाल द्वारा लिए गए एक महत्वपूर्ण फैसले की झलक देखने को मिली।
क्या था केजरीवाल का फैसला?
2002 में अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार के सभी कार्यालयों में बाबासाहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगाई जाएंगी, लेकिन किसी भी राजनीतिक नेता की तस्वीर नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री की भी तस्वीर कार्यालय में नहीं लगाई जाएगी।
नई सरकार में क्या बदला?
हालांकि, रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ गईं, लेकिन उनके ऑफिस में अभी भी वही तस्वीरें मौजूद थीं, जो केजरीवाल के फैसले के तहत लगाई गई थीं। इससे साफ होता है कि प्रशासनिक बदलाव के बावजूद कुछ चीजें अभी भी वैसी की वैसी बनी हुई हैं।
पहली कैबिनेट बैठक और बड़े फैसले
यमुना आरती के बाद दिल्ली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बैठक में मंत्री प्रवेश वर्मा, मनजिंदर सिंह सिरसा, आशीष सूद, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्रराज और पंकज कुमार सिंह शामिल हुए।
बैठक में प्रमुख चर्चा के बिंदु:
- यमुना नदी की सफाई: भाजपा सरकार ने यमुना की सफाई को अपनी प्राथमिकता में रखा है।
- नई नीतियां: दिल्ली के विकास से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
- भ्रष्टाचार पर कार्रवाई: नई सरकार ने प्रशासनिक सुधार और भ्रष्टाचार मुक्त शासन पर जोर दिया।
यमुना सफाई को लेकर सरकार की प्राथमिकता
पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने भी यमुना सफाई के वादे किए थे, लेकिन दो कार्यकाल बीत जाने के बावजूद इस दिशा में कोई ठोस परिणाम नहीं दिखा। भाजपा ने इसे एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था और अब सरकार बनने के बाद इसे लेकर सक्रिय नजर आ रही है।
यमुना की सफाई क्यों जरूरी है?
- दिल्ली की जल आपूर्ति में सुधार के लिए।
- पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए।
- धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. रेखा गुप्ता कौन हैं?
उत्तर: रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं और उन्हें हाल ही में दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है।
Q2. रेखा गुप्ता की पहली प्राथमिकता क्या है?
उत्तर: उन्होंने यमुना नदी की सफाई और प्रशासनिक सुधार को अपनी पहली प्राथमिकताओं में रखा है।
Q3. क्या केजरीवाल के फैसले को बदला जाएगा?
उत्तर: अभी तक मुख्यमंत्री कार्यालय में बाबासाहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगी हुई हैं, जिसे केजरीवाल ने लागू किया था। इसे बदला जाएगा या नहीं, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
Q4. क्या दिल्ली में नई सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी?
उत्तर: नई सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन की प्रतिबद्धता जताई है और जल्द ही इस पर ठोस कार्यवाही की उम्मीद की जा रही है।
Q5. यमुना सफाई के लिए सरकार की क्या योजना है?
उत्तर: सरकार यमुना नदी की सफाई के लिए नई नीतियों पर काम कर रही है और इसे अपनी मुख्य प्राथमिकताओं में शामिल किया है।
निष्कर्ष
दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भाजपा सरकार ने रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की कमान संभाली है और पहले ही दिन यमुना आरती और कैबिनेट बैठक करके अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट कर दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में सरकार अपनी योजनाओं को कितनी प्रभावी तरीके से लागू करती है।
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