रांची न्यूज़: बीआईटी मेसरा की टीम फायरबोल्ट तैयार है, एफआरएक्स-5 बहा साई इंडिया में दिखाएगी ताकत
Published by: Roshan Soni
Updated on: Sanday, 9 Dec 2024
बीआईटी मेसरा की प्रसिद्ध टीम फायरबोल्ट ने अपने ऑल टेरेन व्हीकल (एटीवी) एफआरएक्स-5 के साथ बहा साई इंडिया-2025 में भाग लेने की पूरी तैयारी कर ली है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 6 जनवरी से 14 जनवरी तक पीथमपुर के नेटरिप ट्रैक पर आयोजित की जाएगी। देशभर से 90 से अधिक टीमें इस प्रतियोगिता में अपनी तकनीकी कुशलता और नवाचारों का प्रदर्शन करने के लिए पहुंच रही हैं।
प्रतियोगिता का कार्यक्रम और प्रारूप
इस बहुप्रतीक्षित प्रतियोगिता का शुभारंभ 6 जनवरी से होगा और इसमें विभिन्न चरणों के माध्यम से प्रतिभागियों की क्षमताओं का आकलन किया जाएगा। 9 जनवरी को मुख्य ट्रैक इवेंट आयोजित होगा, जिसमें वाहन की स्पीड, ताकत और तकनीकी दक्षता का परीक्षण किया जाएगा। टीम फायरबोल्ट, जो अपने 30 सदस्यों के साथ इस प्रतियोगिता में भाग ले रही है, का नेतृत्व कैप्टन चंद्रांशु सिंह करेंगे। वाइस कैप्टन तरुण कुमार और संदीप यादव भी इस टीम के मुख्य सदस्य हैं।
इस वर्ष, टीम को अपने फैकल्टी एडवाइजर डॉ. परितोष महाता का मार्गदर्शन मिला है। उनकी देखरेख में, टीम ने अपने 15वें वेरिएंट एफआरएक्स-5 को तैयार किया है, जिसे अधिक पावर और परफॉर्मेंस के साथ डिजाइन किया गया है।
एफआरएक्स-5: तकनीकी विशिष्टताएं और नवाचार
एफआरएक्स-5 को “ऑल व्हील ड्राइव व्हीकल” मॉडल पर विकसित किया गया है, जो इसे हर प्रकार के रास्तों पर आसानी से चलने लायक बनाता है। इस वाहन को न केवल पावरफुल इंजन से लैस किया गया है, बल्कि इसकी संरचना को भी हल्का और मजबूत बनाया गया है। इस बार टीम ने डिजाइन और निर्माण में विशेष ध्यान देते हुए इसे प्रतिस्पर्धा के लिए पूरी तरह से तैयार किया है।
इस वाहन की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम: बेहतर ट्रैक्शन और ऑफ-रोड प्रदर्शन के लिए।
- हाई परफॉर्मेंस इंजन: प्रतियोगिता के दौरान तेज़ और निरंतर प्रदर्शन सुनिश्चित करता है।
- एडवांस्ड सस्पेंशन सिस्टम: उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी सुगम और स्थिर संचालन।
- हल्का लेकिन मजबूत चेसिस: ईंधन की खपत कम करता है और वाहन की स्थिरता बढ़ाता है।
वर्चुअल राउंड और टीम की सफलता
टीम फायरबोल्ट ने प्रतियोगिता के प्रारंभिक वर्चुअल राउंड में भी भाग लिया, जो 27 नवंबर को आयोजित किया गया था। इसमें टीम ने स्टैटिक इवेंट्स जैसे सेल्स, कॉस्ट और डिजाइन से जुड़े परीक्षणों में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
टीम फायरबोल्ट ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और मजबूत तैयारी की बदौलत देश की टॉप 5 टीमों में जगह बनाई है। प्रतियोगिता के फाइनल परिणामों का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन टीम को पूरा विश्वास है कि वे इस बार नई ऊंचाइयों को छुएंगे।
बाहा साई इंडिया: इंजीनियरिंग के लिए एक बड़ा मंच
बाहा साई इंडिया भारतीय इंजीनियरिंग छात्रों के लिए एक बड़ा और प्रतिष्ठित मंच है। इसे सोसाइटी ऑफ ऑटोमोटिव इंजीनियर्स (SAE) इंडिया द्वारा आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता छात्रों को अपने नवाचार, तकनीकी विशेषज्ञता और टीमवर्क कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर देती है।
हर साल, इस इवेंट में देशभर से आईटी और इंजीनियरिंग कॉलेजों की टीमें अपने ऑल टेरेन व्हीकल के साथ भाग लेती हैं। यह इवेंट न केवल प्रतियोगिता है, बल्कि यह छात्रों को ऑटोमोबाइल उद्योग की चुनौतियों और मांगों के लिए तैयार करने का माध्यम भी है।
बीआईटी मेसरा की टीम फायरबोल्ट: एक प्रेरणादायक कहानी
टीम फायरबोल्ट की यात्रा केवल प्रतियोगिताओं तक सीमित नहीं है; यह मेहनत, समर्पण और टीमवर्क की एक प्रेरणादायक कहानी है। टीम ने हर वेरिएंट में कुछ नया और अद्वितीय जोड़ते हुए अपनी पहचान बनाई है। उनका उद्देश्य केवल प्रतियोगिता में जीतना नहीं है, बल्कि भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में नवाचार के नए मानक स्थापित करना भी है।
इस वर्ष, टीम ने तकनीकी विशेषज्ञता और प्रैक्टिकल अनुभव के बीच संतुलन बनाते हुए, एफआरएक्स-5 को तैयार किया है। वे बहा साई इंडिया-2025 में अपनी गहरी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
भविष्य की संभावनाएं
यदि टीम फायरबोल्ट इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करती है, तो यह न केवल उनके लिए, बल्कि बीआईटी मेसरा और झारखंड राज्य के लिए भी गर्व का विषय होगा। टीम के द्वारा इस्तेमाल की गई नवीन तकनीकों और डिजाइनों का उपयोग भविष्य में व्यावसायिक ऑटोमोबाइल निर्माण में भी किया जा सकता है।
निष्कर्ष
बीआईटी मेसरा की टीम फायरबोल्ट ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया है कि भारतीय युवा इंजीनियर किसी भी वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं। बहा साई इंडिया-2025 में टीम फायरबोल्ट के प्रदर्शन को देखने के लिए सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। एफआरएक्स-5 के साथ, यह टीम न केवल रेसिंग ट्रैक पर दौड़ेगी, बल्कि भारतीय नवाचार और तकनीकी कुशलता का परचम भी लहराएगी।
टिप्पणी: यह लेख टीम फायरबोल्ट की सफलता और बहा साई इंडिया प्रतियोगिता के महत्व को उजागर करता है। यह न केवल स्थानीय पाठकों के लिए उपयोगी है, बल्कि ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग क्षेत्र में रुचि रखने वालों के लिए भी प्रेरणादायक है।
यह भी पढ़ें :-