Published by: Roshan Soni
Updated on: Thursday ,28 Nov 2024
झारखंड की राजधानी रांची में सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सर्द हवाओं के चलते दिन और रात दोनों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। खासकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को ठंड से राहत पाने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। ठंड का यह मौसम जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर रहा है। आइए जानें, रांची के इस सर्द मौसम का असर किन-किन क्षेत्रों में देखा जा रहा है।
सर्द हवाओं का प्रकोप: दिनभर ठंड का अहसास
रांची में सर्द हवाओं ने कनकनी को बढ़ा दिया है। सुबह और शाम के समय ठंड के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकलने में परहेज कर रहे हैं। दिनभर धूप निकलने के बावजूद ठंड का अहसास बना रहता है। ग्रामीण इलाकों में लोग अपने दैनिक काम-काज के लिए धूप निकलने का इंतजार करते हैं और सूर्यास्त से पहले ही घर लौटने की कोशिश करते हैं।
ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर
रांची के ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर अधिक महसूस किया जा रहा है।
- गरीब तबके के लोग ऊनी कपड़ों के अभाव में अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
- जंगली और पहाड़ी इलाकों में ठंडी हवाओं के कारण रात के समय तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।
- चौक-चौराहों पर शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है, और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो जाते हैं।
मजदूर और विद्यार्थियों पर ठंड का प्रभाव
सर्दी का सबसे बड़ा असर रोजाना काम करने वाले दिहाड़ी मजदूरों और स्कूली विद्यार्थियों पर देखा जा रहा है।
- दिहाड़ी मजदूरों की समस्या:
- सुबह देर से बाजार पहुंचने और काम शुरू करने में दिक्कत हो रही है।
- छोटा दिन होने के कारण मजदूरों को अपने काम को जल्दी खत्म करना पड़ता है, जिससे उनकी दैनिक आय पर असर पड़ रहा है।
- विद्यार्थियों की परेशानी:
- अत्यधिक ठंड के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों को सुबह तैयार होने में समस्या हो रही है।
- स्कूलों में उपस्थिति पर भी इसका असर देखा जा रहा है।
ठंड से बचाव के लिए प्रयास
ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों ने इससे बचने के लिए कुछ कदम उठाए हैं:
- गर्म कपड़े पहनने की प्राथमिकता बढ़ी है।
- अलाव जलाने का प्रचलन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बढ़ा है।
- प्रशासन की ओर से ठंड से बचाव के लिए कम्बल वितरण जैसी योजनाएं शुरू की जानी चाहिए।
कैसे करें ठंड से बचाव?
- ऊनी कपड़ों का अधिक इस्तेमाल करें।
- घरों को ठंडी हवा से बचाने के लिए खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- सुबह और शाम के समय खुले में जाने से बचें।
निष्कर्ष
रांची में सर्द हवाओं और गिरते तापमान ने लोगों के जीवन को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। खासकर गरीब और दिहाड़ी मजदूर वर्ग के लिए यह मौसम कष्टकारी साबित हो रहा है। जरूरत है कि सरकार और प्रशासन इस मौसम से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएं और जनसुविधाओं को सुनिश्चित करें। इस सर्द मौसम में सावधान रहें और सुरक्षित रहें।
आपका अनुभव इस ठंड के मौसम में कैसा रहा? हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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