Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Saturday , 08 Feb 2025
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परिचय

रांची डबल मर्डर केस:
हत्याकांड की कहानी:
यह घटना रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुधवार को हुई। पुलिस के अनुसार, मनोहर टोप्पो, जो कि बिहार रेजिमेंट का जवान है, ने अपने दोस्त सुनील कच्छप के साथ मिलकर बुधराम मुंडा और मनोज कच्छप की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की वजह जमीन का विवाद बताया गया है।
मनोहर ने बुधराम के भाई शनिचरा से 36 डिसमिल जमीन के बदले दो लाख रुपये दिए थे, लेकिन शनिचरा की मौत के बाद बुधराम ने जमीन देने से इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर मनोहर ने हत्या की योजना बनाई। बुधवार की रात, जब बुधराम दुकान से बाहर निकल रहा था, तो उसे गोली मार दी गई। इसी दौरान मनोज कच्छप ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, और उसे भी गोलियों से भून डाला गया।
AK-47 की चोरी और सेना का संबंध:
इस हत्याकांड में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। पुलिस ने बताया कि मनोहर ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए एक AK-47 का इस्तेमाल किया, जो उसने जुलाई 2024 में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित सेना के बैरक से चोरी किया था। यह एके-47 चोरी का मामला पहले से सेना के जांच के तहत था, और अब इस मामले का पर्दाफाश हुआ है।
मनोहर ने बताया कि उसने AK-47 चुराने के बाद अपने दोस्त सुनील कच्छप को जम्मू बुलाया। सुनील फ्लाइट से जम्मू पहुंचा, वहां से एके-47 लिया और बस के द्वारा दिल्ली पहुंचा। फिर ट्रेन से रांची आकर उसने हथियार छिपाकर रखा। मनोहर, जो ड्यूटी पर बरेली गया था, एक महीने बाद रांची वापस लौटा और हत्या को अंजाम दिया।
रांची पुलिस की कार्रवाई:
रांची पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की, तो मनोहर और सुनील कच्छप को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान मनोहर ने AK-47 को जंगल में छिपा दिया था, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद किया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि यह हत्या जमीन विवाद के कारण हुई थी और इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने सेना को भी इस चोरी के बारे में रिपोर्ट भेज दी है, जिससे कुपवाड़ा में हुई AK-47 की चोरी की जांच आगे बढ़ेगी।
क्या है इस हत्या का बड़ा पहलू?
रांची में हुई यह डबल मर्डर केवल एक जमीन विवाद का परिणाम नहीं था, बल्कि इसमें सेना के एक जवान का नाम जुड़ा हुआ है, जिसने अपने हथियार के साथ यह हत्याकांड अंजाम दिया। इस मामले में एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि AK-47 चोरी की घटना में कई अन्य जवानों की नौकरी भी खतरे में पड़ी थी। अब इस मामले के उजागर होने से उन जवानों की नौकरी बच सकती है, जो इस चोरी में शामिल थे।
सवाल जो अक्सर पूछे जाते हैं (FAQ):
1. रांची डबल मर्डर केस में हत्यारों ने किस हथियार का इस्तेमाल किया था? इस हत्या में आरोपियों ने AK-47 का इस्तेमाल किया था, जो जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा से चोरी किया गया था।
2. हत्याकांड का कारण क्या था? हत्याकांड का मुख्य कारण जमीन विवाद था। मनोहर टोप्पो ने बुधराम से 36 डिसमिल जमीन के बदले पैसे दिए थे, लेकिन जमीन नहीं मिली, जिसके कारण विवाद बढ़ गया और हत्या हो गई।
3. AK-47 चोरी की घटना के बारे में क्या जानकारी मिली है? AK-47 चोरी की घटना जुलाई 2024 में हुई थी। मनोहर ने अपने दोस्त को हथियार देने के बाद हत्या को अंजाम दिया।
4. पुलिस ने क्या कार्रवाई की है? पुलिस ने मनोहर और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की। पुलिस ने AK-47 को जंगल से बरामद किया और सेना को रिपोर्ट भेज दी है।
5. इस मामले में सेना के कितने जवानों की नौकरी पर खतरा था? इस चोरी के मामले में कई जवानों की नौकरी पर खतरा था, क्योंकि जांच चल रही थी। अब यह मामला उजागर होने के बाद इन जवानों की नौकरी बच सकती है।
रांची में हुआ यह डबल मर्डर केस न केवल जमीन विवाद का परिणाम था, बल्कि इसमें सेना के जवान के शामिल होने से मामला और जटिल हो गया। AK-47 चोरी की घटना और हत्याकांड के जुड़ने से यह मामला एक सेंसन खेज मोड़ ले चुका है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पूछताछ से इस मामले का पर्दाफाश हुआ और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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