Published by: Roshan Soni
Updated on: Monday, 06 jan 2025
रांची शहर में बढ़ते अपराधों के बीच पंडरा ओपी क्षेत्र में हुई 13 लाख रुपये की लूट और फायरिंग मामले में रांची पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में तीन महिलाओं समेत आठ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट की रकम, हथियार और अन्य सामान बरामद किए गए हैं। इस मामले में रांची पुलिस की कार्रवाई को लेकर एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रविवार को प्रेस वार्ता में जानकारी दी।
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30 दिसंबर को हुआ था दिनदहाड़े लूट का वारदात
यह वारदात 30 दिसंबर 2024 को पंडरा ओपी क्षेत्र के ओटीसी मैदान के पास हुई थी। घटना के वक्त अपराधियों ने आशीर्वाद आटा कंपनी के कैशियर, सुमित कुमार गुप्ता से दिनदहाड़े 13 लाख रुपये लूट लिए थे। लूट के बाद सुमित ने बचाने की कोशिश की, लेकिन अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी, जिससे सुमित गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए थे, लेकिन रांची पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने अपराधियों को धर दबोचा।
सुमित कुमार गुप्ता को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज जारी रहा। रविवार को मेडिका अस्पताल से सुमित को डिस्चार्ज कर दिया गया।
पुलिस ने की तेज़ कार्रवाई, एसआईटी गठित
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर शहर के सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित की थी। एसआईटी ने लूटकांड के बाद अपराधियों की तस्वीरें जारी की थीं और उनके ऊपर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके बाद रांची पुलिस ने छापेमारी की और आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अपराधियों से क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में गिरफ्तार अपराधियों से महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इनके पास से 2 लाख 63 हजार रुपये नकद, एक देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 12 गोलियां, एक स्कॉर्पियो और दो बाइक बरामद की हैं। यह सभी सामान लूट की घटना से जुड़ी हुई थी। पुलिस का कहना है कि इन अपराधियों ने लूट के बाद इन पैसों और हथियारों के साथ भागने की कोशिश की थी, लेकिन अब इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
रांची पुलिस ने जिन आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान इस प्रकार है:
- चंद्रशेखर प्रसाद सिन्हा (आशीर्वाद आटा कंपनी का पूर्व कर्मचारी)
- राजेश कुमार सिन्हा (रामगढ़)
- संतोष कुमार सिंह
- कारू सिंह
- प्रकाश साव
- नीलम देवी (प्रकाश साव की पत्नी)
- पूनम देवी (प्रकाश साव की बहन)
- साधना सिंह उर्फ प्रीति सिन्हा (चंद्रशेखर की पत्नी)
इनमें से कुछ आरोपी आशीर्वाद आटा कंपनी के पुराने कर्मचारी भी हैं, जिनका इस लूट में संलिप्त होना सामने आया है। रांची पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल अपराधियों को पकड़ने में सफलता पाई, बल्कि यह भी दर्शाया कि पुलिस अब तेजी से ऐसे गंभीर अपराधों को रोकने के लिए तैयार है।
रांची में बढ़ते अपराध और पुलिस की कार्रवाई
रांची में इस तरह के अपराधों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन चुकी है। हालांकि, इस घटना में रांची पुलिस की तत्परता और एसआईटी की कार्रवाई ने एक बार फिर से यह साबित किया कि पुलिस अपने कर्तव्यों को निभाने में पूरी तरह से सजग है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन अपराधियों को पकड़कर यह साबित किया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र में हुई 13 लाख रुपये की लूट और फायरिंग की घटना को लेकर रांची पुलिस की यह सफलता महत्त्वपूर्ण साबित होती है। पुलिस की तत्परता और छापेमारी के दौरान अपराधियों के पकड़े जाने से यह संदेश जाता है कि रांची पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से लूट की रकम और हथियारों के साथ अन्य सामान बरामद किया गया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि अपराधी किस हद तक संगठित थे।
रांची पुलिस द्वारा जारी किए गए इनाम की घोषणा और एसआईटी की रणनीति ने आखिरकार अपराधियों को धर दबोचा। आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं में और कड़ी पुलिस कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
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