Published by: Roshan Soni
Updated on: Friday, 03 jan 2025
पटना, संवाददाता: पटना जंक्शन का प्लेटफॉर्म नंबर-8 गुरुवार की रात अफवाहों का केंद्र बन गया, जब ट्रेन के लोको पायलट ने पटरी के पास संदिग्ध वस्तु देखकर बम होने की सूचना दी। इस घटना ने यात्रियों और रेलवे प्रशासन में हड़कंप मचा दिया। आनन-फानन में प्लेटफॉर्म खाली करवाया गया और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। हालांकि, जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह मात्र एक अफवाह थी।
Contents
घटना कैसे शुरू हुई?

गुरुवार रात को पटना से आरा जाने वाली मेमू ट्रेन (63231) प्लेटफॉर्म नंबर-8 पर खड़ी थी। यात्रियों ने अपनी सीटें ले ली थीं और ट्रेन चलने की तैयारी में थी। इसी बीच लोको पायलट एसके चौधरी और सहायक लोको पायलट मनोज कुमार ने देखा कि पटरी के पास एक संदिग्ध गोल वस्तु पड़ी हुई है, जिसमें सुतली लपेटी हुई थी।
लोको पायलट की सतर्कता:
उन्होंने तुरंत स्टेशन मैनेजर के माध्यम से आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) और जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) को सूचना दी। यह जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया।
प्लेटफॉर्म को खाली कराने की प्रक्रिया

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्लेटफॉर्म को तुरंत खाली करवाया गया। बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया और सुरक्षा बढ़ा दी गई। प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेन को यात्रियों समेत दूसरी पटरी पर भेज दिया गया।
बम निरोधक दस्ते की कार्रवाई:
रात 8:40 बजे बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। दस्ते ने संदिग्ध वस्तु की जांच की लेकिन कोई सिग्नल नहीं मिला। इसके बाद उसे उठाकर देखा गया तो पता चला कि वह केवल एक बॉल थी, जिस पर सुतली लपेटी गई थी।
40 मिनट तक प्रभावित रहा रेल यातायात
इस अफवाह के कारण लगभग 40 मिनट तक इस रूट पर रेल यातायात बाधित रहा। ट्रेनें रुकी रहीं, और यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। अंततः मेमू ट्रेन रात 8:52 बजे रवाना हो सकी।
CCTV फुटेज से जांच जारी
रेल पुलिस अब उस शख्स की पहचान करने में जुटी है, जिसने इस बॉल को पटरी पर फेंका था। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया

घटना के दौरान यात्रियों में भय और असमंजस की स्थिति बनी रही। हालांकि, जांच के बाद सबने राहत की सांस ली। कई यात्रियों ने रेलवे की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की।
रेलवे प्रशासन की सतर्कता पर सवाल या तारीफ?
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि रेलवे और सुरक्षा बल संदिग्ध गतिविधियों को लेकर कितने सतर्क हैं। लेकिन, ऐसी अफवाहें सुरक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती हैं।
निष्कर्ष
पटना जंक्शन पर बम मिलने की अफवाह ने यात्रियों और प्रशासन दोनों को परेशान किया। यह घटना बताती है कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए, लेकिन अफवाहों पर भी नियंत्रण जरूरी है। रेल प्रशासन और यात्रियों को ऐसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
यह भी पढ़ें :-
1 thought on “पटना जंक्शन पर बम मिलने की अफवाह से मचा हड़कंप: जानिए पूरी घटना की सच्चाई”