नवंबर में कड़ाके की ठंड नहीं, IMD का पूर्वानुमान – जानें किन राज्यों में होगी बारिश और कैसा रहेगा नवंबर का मौसम
Published by: Roshan Soni
Updated on: Saturday, 02 Nov 2024
Introduction:
भारत में नवंबर का महीना आमतौर पर ठंड के आगमन का संकेत होता है, लेकिन इस साल मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने नवंबर के महीने में ठंड के कम होने का पूर्वानुमान जताया है। इस बार तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है, और नवंबर में कई क्षेत्रों में भारी बारिश की भी संभावना है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि आखिर क्यों ठंड में देरी हो रही है, किन राज्यों में बारिश की संभावना है, और इस साल के मौसम में क्या बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
अक्टूबर में तापमान रिकॉर्ड पर, नवंबर में भी नहीं आएगी ठंड
IMD के अनुसार, इस साल अक्टूबर का महीना असाधारण रूप से गर्म रहा है। अक्टूबर में औसत तापमान 26.92 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो साल 1901 के बाद से सबसे अधिक है। सामान्यत: इस समय औसत तापमान 25.69 डिग्री सेल्सियस होता है, लेकिन इस बार यह सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है, जिससे संकेत मिलता है कि ठंड का आगमन इस बार देर से होगा।
ठंड में देरी का कारण: पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि ठंड में देरी का एक मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ का न होना है। पश्चिमी विक्षोभ के न होने से उत्तर भारत में ठंडक का प्रभाव कम महसूस हो रहा है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव प्रणाली सक्रिय है, जिससे ठंड की शुरुआत में देरी हो रही है। अगले दो सप्ताह तक तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है, जिससे संकेत मिलता है कि उत्तर-पश्चिम भारत में ठंड का अनुभव सामान्य से 2 से 5 डिग्री अधिक तापमान के साथ होगा।
15 नवंबर के बाद उत्तर भारत में ठंड की संभावना
उत्तर भारत में ठंड की शुरुआत 15 नवंबर के बाद होने की उम्मीद है। IMD के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह के बाद ही तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आनी शुरू होगी, जो ठंड के आगमन का संकेत देगी। इसके पहले तक तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा, जिससे कई स्थानों पर लोगों को ठंड के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
दक्षिण भारत में जोरदार बारिश की संभावना
दक्षिण भारत में उत्तर-पूर्वी मानसून के चलते नवंबर में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, और केरल जैसे राज्यों में जोरदार बारिश की चेतावनी दी है। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है। IMD का अनुमान है कि दक्षिण भारत के अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।
आज के मौसम का अपडेट – कहां होगी बारिश?
IMD ने आज के मौसम की जानकारी देते हुए बताया कि केरल, माहे, और तमिलनाडु में बारिश की संभावना है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है। इससे यह स्पष्ट है कि उत्तर भारत में जहां ठंड की कमी है, वहीं दक्षिण भारत में मानसून की वर्षा से वातावरण में ठंडक का असर रहेगा।
मौसम में बदलाव और इसका प्रभाव
इस साल ठंड में देरी का सीधा असर किसानों और उनकी फसलों पर पड़ेगा। उत्तर भारत के कुछ इलाकों में रबी फसल की बुवाई का समय आ गया है, लेकिन ठंड की कमी से फसलों की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। साथ ही, सामान्य से अधिक तापमान लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है। ठंड में देरी से सर्दी-जुकाम और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
ठंड और बारिश के बीच संतुलन बनाना जरूरी
आने वाले दिनों में ठंड और बारिश के बीच संतुलन बनाए रखना बेहद आवश्यक होगा। IMD के अनुसार, नवंबर के अंत तक उत्तर भारत में ठंड का असर दिखने लगेगा, जबकि दक्षिण भारत में बारिश जारी रहेगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न मौसम प्रणालियों के चलते लोगों को इस बदलते मौसम के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष
इस साल नवंबर का महीना भारत में सामान्य से अधिक गर्म रह सकता है। उत्तर भारत में जहां ठंड की शुरुआत में देरी हो रही है, वहीं दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना है। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, ठंड का असर नवंबर के दूसरे पखवाड़े में देखने को मिलेगा। बदलते मौसम के इस प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लोगों को अपनी सेहत और फसलों की देखभाल पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
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