मन की आंखों से देखने वाली निकिता का बड़ा सपना: UPSC क्रैक कर बनेगी अफसर, किरण बेदी हैं प्रेरणास्रोत

Published by :- Hritik Soni
Updated on: Tuesday, 21 Jan 2025

झारखंड की बेटी निकिता, जो जन्म से दृष्टिबाधित है, अपने बुलंद इरादों और संघर्ष की बदौलत UPSC क्रैक करने का सपना देख रही है। जमशेदपुर के केरला पब्लिक स्कूल (कदमा) की 12वीं की छात्रा निकिता ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया है कि सच्ची इच्छाशक्ति के आगे कोई भी बाधा टिक नहीं सकती।


दृष्टिबाधित होने के बावजूद UPSC अफसर बनने का सपना

मन की आंखों से देखने वाली निकिता का बड़ा सपना: UPSC क्रैक कर बनेगी अफसर, किरण बेदी हैं प्रेरणास्रोत

निकिता जन्म से ही दृष्टिबाधित है, लेकिन उसने कभी अपनी इस कमी को अपनी ताकत पर हावी नहीं होने दिया। वह सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई कर रही है और अपनी मेहनत से उन्हें भी पीछे छोड़ रही है। फरवरी 2025 में होने वाली 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाली निकिता ने 11वीं में ह्यूमैनिटी विषय चुना है, ताकि वह आगे UPSC परीक्षा की तैयारी कर सके। उसका सपना देश की बेटियों के लिए काम करना और समाज में बदलाव लाना है।


कैसे करती है पढ़ाई?

निकिता की पढ़ाई करने का तरीका दूसरों से अलग है, लेकिन बेहद प्रभावी है।

  • वह क्लास में पढ़ाए गए विषयों को ध्यान से सुनती और रिकॉर्ड करती है
  • घर जाकर उन रिकॉर्डिंग्स को दोबारा सुनती है और ब्रेल लिपि से अध्ययन करती है
  • परीक्षा में अपनी राइटर (सहायक) की मदद से उत्तर लिखती है

निकिता ने 10वीं तक की पढ़ाई एनआईओएस (NIOS) बोर्ड से की और 73% अंक हासिल किए। इसके बाद उसने सामान्य स्कूल में पढ़ाई करने का फैसला किया, जहां केरला पब्लिक स्कूल कदमा ने उसे पूरा सहयोग दिया।


निकिता के सफर में मददगार लोग

निकिता की सफलता के पीछे कई लोगों का योगदान है:

  • यशस्वी (राइटर): बोर्ड परीक्षा में उसकी जूनियर छात्रा यशस्वी निकिता की राइटर होगी, जो उसकी उत्तर पुस्तिका लिखेगी।
  • वर्षा केडिया (क्लास टीचर): निकिता की क्लास टीचर वर्षा केडिया उसकी गाइड और मेंटॉर हैं, जिन्होंने उसकी पढ़ाई को आसान बनाने में मदद की।
  • शरत चंद्रन (स्कूल प्रबंधन): केरला पब्लिक स्कूल कदमा के प्रबंधन ने निकिता को सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई करने का मौका दिया।

परिवार का अटूट समर्थन

निकिता के पिता जगन्नाथ मुखियार टाटा स्टील में काम करते हैं, जबकि उसकी मां सीमा देवी एक गृहिणी हैं। परिवार जमशेदपुर के कदमा स्थित इसीसी फ्लैट में रहता है। निकिता की सफलता में उसके माता-पिता का भी बड़ा योगदान है, जिन्होंने कभी उसे उसकी शारीरिक चुनौती के कारण हतोत्साहित नहीं किया।


किरण बेदी से मिली प्रेरणा

निकिता जब चौथी कक्षा में थी, तब उसने किरण बेदी पर आधारित एक फिल्म के संवाद सुने। उस फिल्म की कहानी ने उसके भीतर यूपीएससी परीक्षा पास करने और समाज में बदलाव लाने का सपना जगा दिया। तब से किरण बेदी उनकी प्रेरणास्रोत बन गईं।

निकिता कहती हैं, “मैं भी समाज के लिए कुछ बड़ा करना चाहती हूं। खासकर, लड़कियों के लिए काम करना चाहती हूं, ताकि उन्हें भी उनके अधिकार मिल सकें।”


निकिता के हौसले को सलाम!

निकिता की कहानी सिर्फ झारखंड ही नहीं, पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। उसकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास यह साबित करते हैं कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मुश्किल रास्ता आसान हो सकता है।

मन की आंखों से देखने वाली यह लड़की न सिर्फ अपना भविष्य रोशन कर रही है, बल्कि लाखों लोगों के लिए मिसाल बन रही है।

मन की आंखों से देखने वाली निकिता UPSC क्रैक कर बनना चाहती है अफसर – FAQs

1. कुमारी निकिता कौन है?

निकिता झारखंड के जमशेदपुर स्थित केरला पब्लिक स्कूल (कदमा) की 12वीं की छात्रा है। वह जन्म से दृष्टिबाधित है, लेकिन सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई कर रही है और UPSC क्रैक कर अफसर बनने का सपना देख रही है।

2. निकिता UPSC की तैयारी क्यों करना चाहती है?

निकिता समाज में बदलाव लाना चाहती है, खासकर लड़कियों के हक और अधिकारों के लिए काम करना चाहती है उनकी प्रेरणास्रोत पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी हैं।

3. निकिता पढ़ाई कैसे करती है?

  • वह क्लास में पढ़ाए गए विषयों को ध्यान से सुनती और रिकॉर्ड करती है
  • घर जाकर ब्रेल लिपि से पढ़ाई करती है और उसे याद करती है।
  • परीक्षा में राइटर (सहायक) की मदद से अपने उत्तर लिखवाती है।

4. क्या निकिता पहले भी किसी बोर्ड परीक्षा में शामिल हुई है?

हाँ, उसने 10वीं तक की पढ़ाई एनआईओएस (NIOS) बोर्ड से की और 73% अंक प्राप्त किए। इसके बाद उसने सामान्य स्कूल में पढ़ने का निर्णय लिया।

5. निकिता की पढ़ाई में कौन मदद करता है?

  • यशस्वी (राइटर): परीक्षा में निकिता के उत्तर लिखेगी।
  • वर्षा केडिया (क्लास टीचर): उनकी गाइड और मेंटॉर हैं।
  • शरत चंद्रन (स्कूल प्रबंधन): जिन्होंने सामान्य स्कूल में पढ़ाई करने का अवसर दिया।

6. निकिता के माता-पिता कौन हैं?

उनके पिता जगन्नाथ मुखियार टाटा स्टील में कर्मचारी हैं और उनकी मां सीमा देवी गृहिणी हैं। उनका परिवार जमशेदपुर के कदमा स्थित इसीसी फ्लैट में रहता है।

7. निकिता को UPSC की प्रेरणा कहां से मिली?

निकिता ने चौथी कक्षा में किरण बेदी पर आधारित एक फिल्म देखी थी। उस फिल्म के संवाद सुनकर उन्होंने UPSC अधिकारी बनने का फैसला किया

8. क्या निकिता सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई कर रही है?

हाँ, वह विशेष स्कूल के बजाय सामान्य स्कूल में पढ़ाई कर रही है और अन्य छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा कर उन्हें पीछे भी छोड़ रही है

9. निकिता का लक्ष्य क्या है?

UPSC क्रैक कर बड़ा अधिकारी बनना और लड़कियों के अधिकारों और सुरक्षा के लिए काम करना

10. निकिता की यह कहानी हमें क्या सिखाती है?

निकिता की सफलता यह साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी चुनौती बाधा नहीं बन सकती यह कहानी सभी के लिए प्रेरणादायक है, खासकर उन लोगों के लिए जो किसी भी तरह की मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

आपको निकिता की यह कहानी कैसी लगी? इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और उनके हौसले को सलाम करें!

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