ऑपरेशन सिंदूर पर ममता बनर्जी की हरी झंडी: यूसुफ पठान आउट, अभिषेक बनर्जी इन | All Party Delegation Update

लेखक                :-  Roshan Kumar
कैटेगरी               :- 
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Publish Date     :-  Wednesday, 21 May 2025


मुख्य बातें 

  • टीएमसी ने केंद्र के फैसले पर जताई थी नाराज़गी
  • यूसुफ पठान की जगह अब अभिषेक बनर्जी होंगे प्रतिनिधिमंडल में शामिल
  • केंद्र और ममता बनर्जी के बीच हुई सीधी बातचीत
  • आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता का प्रतीक बनेगा प्रतिनिधिमंडल

क्या है ऑपरेशन सिंदूर और क्यों बना ये राजनीतिक मुद्दा?

ऑपरेशन सिंदूर एक विशेष गुप्त अभियान है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर करना है। भारत की ओर से सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को एक साझा प्रतिनिधिमंडल में शामिल कर इस मुद्दे को वैश्विक स्तर पर उठाने की रणनीति बनाई गई है।

ऑपरेशन सिंदूर पर ममता बनर्जी की हरी झंडी: यूसुफ पठान आउट, अभिषेक बनर्जी इन | All Party Delegation Update
Credit as Jansatta

टीएमसी की आपत्ति और फिर ‘यू-टर्न’

टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) ने पहले केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि बिना पार्टी से परामर्श किए प्रतिनिधि चुना गया, जो संघीय ढांचे के खिलाफ है। यूसुफ पठान का नाम प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया था, लेकिन टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने नाराज़गी जताई।

बाद में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ममता बनर्जी से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने अपने भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी का नाम प्रस्तावित किया, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया।


अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी के क्या मायने हैं?

टीएमसी के बयान के मुताबिक,

“दुनिया जब आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो रही है, ऐसे समय में अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी भारत की सामूहिक आवाज को मज़बूत करेगी।”

इससे यह संकेत मिलता है कि बंगाल की जनता और टीएमसी दोनों आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय हित में एकजुट हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

Q1. ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
Ans. ऑपरेशन सिंदूर एक गुप्त कूटनीतिक अभियान है, जिसके तहत भारत पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को वैश्विक स्तर पर उजागर करना चाहता है।

Q2. यूसुफ पठान को क्यों हटाया गया?
Ans. यूसुफ पठान ने निजी कारणों से प्रतिनिधिमंडल से हटने का फैसला किया। टीएमसी की आपत्ति के बाद उनका स्थान अभिषेक बनर्जी ने लिया।

Q3. क्या ममता बनर्जी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं?
Ans. नहीं, लेकिन उन्होंने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को प्रतिनिधि के रूप में भेजने का निर्णय लिया है।

Q4. इस प्रतिनिधिमंडल का क्या मकसद है?
Ans. इसका उद्देश्य आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की एकजुट राजनीतिक स्थिति को दुनिया के सामने रखना है।


अंत में एक ज़रूरी बात:

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