Published by :- Roshan Soni
Updated on: Friday, 31 Jan 2025
हाइलाइट्स:
✅ महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में बिहार के 11 लोगों की मौत
✅ सात से अधिक श्रद्धालु अब भी लापता, परिजन तलाश में परेशान
✅ बगहा, बांका, औरंगाबाद के लोगों की हुई पहचान
✅ प्रयागराज पुलिस और प्रशासन कर रहे राहत और बचाव कार्य
Contents
महाकुंभ भगदड़: हादसे में बिहार के 11 श्रद्धालुओं की जान गई, कई लापता
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान के लिए उमड़े। लेकिन भीड़ नियंत्रण में चूक के कारण भीषण भगदड़ मच गई, जिसमें बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 7 से अधिक लोग अब भी लापता हैं।
प्रशासन द्वारा गुरुवार को तीन और मृतकों की पहचान की गई। इनमें शामिल हैं:
- सत्यवान रजक (50 वर्ष) – बांका जिले के धोरैया प्रखंड के चलना गांव निवासी
- रामेश्वर चौबे (68 वर्ष) – बगहा निवासी
- सोनम कुमारी (20 वर्ष) – औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र की निवासी
बिहार के मृतकों की जिलेवार सूची:
- बगहा: रामेश्वर चौबे (68 वर्ष)
- बांका: सत्यवान रजक (50 वर्ष)
- औरंगाबाद: सोनम कुमारी (20 वर्ष)
कैसे हुआ हादसा?
महाकुंभ के शाही स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयागराज प्रशासन ने कई बैरिकेडिंग की थी, लेकिन अचानक मची भगदड़ ने स्थिति को बेकाबू कर दिया।
अब भी लापता लोग
महाकुंभ हादसे में अब भी 7 से अधिक लोग लापता हैं। इनमें मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पटना और औरंगाबाद के लोग शामिल हैं।
👉 मुजफ्फरपुर से लापता:
- शैल देवी – कटेसर, सकरा (पति: राम प्रसाद सहनी)
- चंद्रहट्टी की एक महिला
👉 गोपालगंज से लापता:
- मीना देवी – नवका सेमरा, गोपालपुर
- राजगेंदी देवी – अमवां नकछेद, सदर प्रखंड
- दुर्गावती देवी – रुदलपुर, भोरे
- देवंती देवी – लालू साह, बैकुंठपुर
- धर्मशीला देवी – धर्मदेव महतो की पत्नी
👉 पटना से लापता:
- संभावती देवी – कनपा बराह, रानी तालाब थाना क्षेत्र
👉 औरंगाबाद से लापता:
- रिशु कुमारी (किशोरी) – घुड़दौड़ गांव, ओबरा थाना
प्रशासन का राहत और बचाव कार्य
प्रयागराज प्रशासन और पुलिस घटनास्थल पर लगातार बचाव कार्य कर रहे हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में घायलों का इलाज जारी है।
NDRF और SDRF की टीमें लापता लोगों को खोजने के प्रयास में जुटी हुई हैं। परिजन जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
सरकार और प्रशासन का क्या कहना है?
यूपी सरकार ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
👉 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा:
“महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे।”
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. महाकुंभ भगदड़ कब और कहां हुई?
मौनी अमावस्या के दिन, प्रयागराज महाकुंभ 2025 में संगम स्नान के दौरान यह भगदड़ मची।
2. हादसे में कितने लोग मारे गए हैं?
अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिनमें से अधिकतर बिहार के निवासी हैं।
3. कितने लोग अब भी लापता हैं?
प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 से अधिक लोग लापता हैं।
4. क्या सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है?
हाँ, यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
5. प्रशासन ने इस हादसे से क्या सीखा?
प्रशासन अब भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर काम कर रहा है।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 में मची भगदड़ ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। अब यह जरूरी हो गया है कि सरकार सुरक्षा उपायों को मजबूत करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
🙏 भगवान मृतकों की आत्मा को शांति दें और लापता लोगों की जल्द सुरक्षित वापसी हो!
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