Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Wednesday , 26 Feb 2025
महाकुंभ 2025 LIVE: प्रयागराज में महाशिवरात्रि स्नान पर भक्तों की अपार भीड़
महाकुंभ का आज अंतिम स्नान महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर संपन्न हो रहा है। संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु एकत्र हुए हैं। प्रयागराज नगरी “हर-हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठी है। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच AI कैमरों से हर श्रद्धालु पर नजर रखी जा रही है।

महाकुंभ 2025 प्रमुख तथ्य:
- तारीख: 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025
- श्रद्धालुओं की संख्या: 65 करोड़+ (महाशिवरात्रि पर 3 करोड़ अनुमानित)
- मुख्य स्नान: अमृत स्नान, प्रमुख स्नान पर्व
- सुरक्षा: AI कैमरे, हाई अलर्ट, वीआईपी मूवमेंट मॉनिटरिंग
- यातायात प्रबंधन: 170+ स्पेशल ट्रेनें, 4500 बसें, नो व्हीकल ज़ोन लागू
- मुख्य अतिथि: विभिन्न राज्यों के मंत्री एवं गणमान्य व्यक्ति
महाशिवरात्रि स्नान पर भक्तों की भक्ति
महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त से ही त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। पुष्पवर्षा के बीच श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना में लीन हैं।
रेलवे और रोडवेज की विशेष व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने 170 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई हैं। रोडवेज की 4500 बसें हर 10 मिनट में उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें 750 शटल बसें 27 फरवरी तक निशुल्क सेवा देंगी।
महाकुंभ में वीआईपी आगमन
महाकुंभ 2025 में कई राज्यों के मंत्री, उपराज्यपाल और गणमान्य व्यक्ति भाग ले रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री अशोक वूकीय, उत्तराखंड सरकार के मंत्री गणेश जोशी, त्रिपुरा सरकार के मंत्री सुशांत चौधरी सहित अन्य अतिथि संगम स्नान कर रहे हैं।
महाशिवरात्रि स्नान का आध्यात्मिक महत्व
महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी संगम में स्नान कर भक्तजन भगवान शिव की आराधना कर रहे हैं। इस दिन अन्न, वस्त्र और स्वर्ण दान का विशेष महत्व है। ग्रह-नक्षत्रों के शुभ संयोग से यह स्नान कई गुना फलदायी माना जाता है।
सीएम योगी की विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर स्थित कंट्रोल रूम से महाकुंभ की सुरक्षा और व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रशासन हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
महाकुंभ 2025 का समापन
45 दिनों तक चले इस भव्य आयोजन का औपचारिक समापन महाशिवरात्रि स्नान के साथ होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान कर महाकुंभ को भव्य और ऐतिहासिक बना दिया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
- महाकुंभ 2025 कब शुरू हुआ और कब समाप्त होगा?
- महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक हुआ।
- महाशिवरात्रि स्नान का महत्व क्या है?
- महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी संगम में स्नान कर भक्तजन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करते हैं।
- महाकुंभ में कितने श्रद्धालु शामिल हुए?
- अब तक 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
- महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेन और बसें उपलब्ध हैं?
- हां, 170+ स्पेशल ट्रेनें और 4500 बसें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चलाई गई हैं।
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