Published by :- Roshan Soni
Updated on: Monday, 17 Feb 2025
नमस्कार
2025 का महा कुम्भ (Maha Kumbh 2025) जो प्रयागराज में हो रहा है, श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। कुम्भ मेला हर 12 वर्षों में आयोजित होता है और यह न केवल भारत बल्कि दुनियाभर के लाखों श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करता है। इस वर्ष, प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया है। आइये जानते हैं इन ट्रेनों के नए मार्ग और इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में।

Contents
महाकुंभ 2025 के लिए ट्रेनों के मार्ग में बदलाव
प्रयागराज में उमड़ी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 17 और 18 फरवरी को विभिन्न ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल के रास्ते लखनऊ के लिए डायवर्ट कर दिया है। कुछ प्रमुख ट्रेनों के नए मार्ग इस प्रकार हैं:
- लोकमान्य तिलक टर्मिनल-गोरखपुर काशी एक्सप्रेस इटारसी-बीना-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते 17 फरवरी को जाएगी।
- सीमांचल एक्सप्रेस 17 फरवरी को कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
- दिल्ली-अलीपुरद्वार जंक्शन सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस भी कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते चलेगी।
- बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस 17 फरवरी को कानपुर सेंट्रल-लखनऊ-बाराबंकी-गोरखपुर के रास्ते जाएगी।
ट्रेनों में बढ़ी भीड़:
प्रयागराज जाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सेंट्रल और गोविंदपुरी स्टेशन पर होल्डिंग एरिया में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं को रोका गया। देर रात अचानक श्रद्धालुओं का रेला बढ़ने से सेंट्रल स्टेशन पर और अन्य प्रमुख स्थानों पर भीड़ को संभालने में बहुत चुनौती आई। इसके कारण कई ट्रेनें पहले से तैयार रैक से भेजी गईं।
कोचों में धक्कामुक्की और हंगामा:
भीड़ के कारण विशेष ट्रेनों में कोच क्षमता से ज्यादा श्रद्धालु सवार हो गए, जिससे धक्कामुक्की और हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो गई। एसी और स्लीपर कोच में यात्री परेशानी का सामना कर रहे थे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- महाकुंभ 2025 के दौरान ट्रेनों के मार्ग में बदलाव क्यों किया गया?
- प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है ताकि भीड़ को सही तरीके से नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
- क्या ट्रेनों के रूट में बदलाव से यात्रा में देरी हो सकती है?
- हां, ट्रेनों के रूट में बदलाव के कारण यात्रा में थोड़ी देरी हो सकती है। यात्रियों को रूट परिवर्तन के बारे में पहले से सूचित किया गया है।
- कुम्भ मेला में जाने के लिए ट्रेन टिकट कैसे प्राप्त करें?
- कुम्भ मेला जाने के लिए भारतीय रेलवे की वेबसाइट या विभिन्न ट्रेन टिकटिंग ऐप्स के माध्यम से टिकट बुक किए जा सकते हैं। समय से पहले बुकिंग करने से आपको सीट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
- क्या ट्रेन यात्रा के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है?
- हां, ट्रेन यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की है और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
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