Published by :- Hritik Kumar
Updated on: Sunday, 23 Feb 2025
JAC Board Exam Paper Leak: झारखंड में JAC मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने से हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने गिरिडीह और मधुपुर से 5 लोगों को हिरासत में लिया है। JAC (झारखंड एकेडमिक काउंसिल) ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को भेज दी है। अब संभावना है कि SIT (विशेष जांच टीम) या CID इस मामले की जांच करेगी।
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पेपर लीक मामला: अब तक की कार्रवाई और अपडेट
- गिरिडीह में कार्रवाई: 2 शिक्षकों और 2 छात्रों को हिरासत में लिया गया है। जिनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय, हाड़ोडीह के पारा शिक्षक मोहन कुमार वर्मा और निजी विद्यालय के शिक्षक टिंकू निगम शामिल हैं।
- मधुपुर से हिरासत: प्रिंस कुमार को हिरासत में लिया गया है, जो कोडरमा में चल रही जांच के संदर्भ में पकड़ा गया है।
- JAC की रिपोर्ट: JAC ने अपनी रिपोर्ट में प्रश्न पत्र आउट होने और उसके बाद की गयी कार्रवाई की जानकारी शिक्षा विभाग को दी है।
- SIT या CID जांच: शिक्षा विभाग अब SIT गठित करके या CID को मामले की जांच सौंपने की तैयारी कर रहा है।
विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र हुआ था लीक
- मैट्रिक की विज्ञान विषय की परीक्षा 20 फरवरी को हुई थी, लेकिन प्रश्न पत्र 18 फरवरी की रात से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
- वायरल प्रश्न पत्र JAC के मूल प्रश्न पत्र से पूरी तरह मिल गया, जिससे पुष्टि हुई कि पेपर लीक हुआ था।
- JAC ने कोडरमा, गिरिडीह और गढ़वा के उपायुक्तों को जांच के लिए पत्र लिखा था, क्योंकि इन जिलों में पहले प्रश्न पत्र वायरल होने की खबरें आई थीं।
क्यों बनेगी SIT या CID करेगी जांच?
- प्रश्न पत्र लीक होने का मामला राज्य के अलग-अलग जिलों में सामने आया है।
- जिला स्तर पर चल रही जांच में अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ।
- SIT या CID की जांच से पूरे राज्य में एक ही एजेंसी द्वारा व्यापक और प्रभावी जांच हो सकेगी।
- शिक्षा विभाग ने SIT गठित करने या CID को जांच सौंपने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे मुख्यमंत्री की सहमति के बाद लागू किया जाएगा।
यूट्यूब चैनलों पर भी हो सकती है कार्रवाई
- JAC अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रश्न पत्र वायरल करने वाले यूट्यूब चैनलों पर कार्रवाई के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिखा है।
- पत्र में “JAC अपडेट सर” और “शिक्षा लैब” जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का नाम भी दिया गया है, जिन पर फर्जी प्रश्न पत्र अपलोड करने का आरोप है।
- सभी उपायुक्तों को इन चैनलों को चिह्नित करके प्रतिबंधित करने और कार्रवाई की जानकारी JAC को देने को कहा गया है।
FAQs: JAC 10वीं बोर्ड पेपर लीक मामले से जुड़े सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
Q1. JAC 10वीं बोर्ड का कौन सा पेपर लीक हुआ था?
उत्तर: विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र लीक हुआ था, जो 18 फरवरी की रात से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
Q2. कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है?
उत्तर: अब तक गिरिडीह से 4 (2 शिक्षक और 2 छात्र) और मधुपुर से 1 को मिलाकर कुल 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
Q3. क्या SIT या CID जांच करेगी?
उत्तर: शिक्षा विभाग SIT या CID से जांच कराने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद SIT का गठन होगा या CID को मामला सौंपा जाएगा।
Q4. सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्न पत्र की सच्चाई क्या है?
उत्तर: वायरल प्रश्न पत्र को JAC के मूल प्रश्न पत्र से मिलाया गया, जो पूरी तरह समान पाया गया। इसके बाद JAC ने जांच के आदेश दिए।
Q5. क्या यूट्यूब चैनलों पर भी कार्रवाई होगी?
उत्तर: हां, JAC ने यूट्यूब चैनलों पर फर्जी प्रश्न पत्र अपलोड करने के मामले में सभी जिलों के उपायुक्तों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
निष्कर्ष:
JAC 10वीं बोर्ड पेपर लीक मामले ने झारखंड में शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की कार्रवाई और JAC की रिपोर्ट के बाद अब SIT या CID से विस्तृत जांच होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री की सहमति के बाद SIT का गठन या CID को मामला सौंपने का निर्णय लिया जाएगा।
क्या कहते हैं आप?
इस पेपर लीक मामले पर आपकी क्या राय है? क्या SIT या CID जांच से सच्चाई सामने आ पाएगी? JAC बोर्ड परीक्षा की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर क्या असर पड़ेगा? अपनी राय कमेंट में जरूर साझा करें!
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