India Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी, पाकिस्तान को झटका

Updated on: Saturday, 15 Feb 2025

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि: आर्थिक मजबूती की ओर कदम

Credit as :- Social Media

 

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे देश की आर्थिक स्थिरता मजबूत हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 7 फरवरी 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के फॉरेक्स रिजर्व में 7.65 अरब डॉलर की वृद्धि हुई, जिससे कुल भंडार 638.26 अरब डॉलर तक पहुंच गया।

भंडार में गिरावट और ताजा उछाल

भारत के फॉरेक्स रिजर्व में पिछले कुछ महीनों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सितंबर 2024 में यह भंडार अपने उच्चतम स्तर 704.89 अरब डॉलर तक पहुंचा था, लेकिन 16 में से 15 हफ्तों तक इसमें गिरावट दर्ज की गई। RBI ने रुपये की गिरावट को रोकने के लिए डॉलर बेचे, जिससे भंडार में कमी आई। हालांकि, अब इसमें लगातार तीसरे हफ्ते सुधार देखा गया है।

विदेशी मुद्रा भंडार की मौजूदा स्थिति

घटक भंडार राशि (अरब डॉलर में)
विदेशी मुद्रा संपत्ति (FCA) 544.106
स्वर्ण भंडार 72.208
कुल फॉरेक्स रिजर्व 638.26

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अब लगभग 11 महीनों के आयात खर्च को पूरा करने में सक्षम है।

पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर असर

जहां भारत का फॉरेक्स रिजर्व लगातार बढ़ रहा है, वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है। पाकिस्तान की मुद्रा गंभीर संकट में है, और उसका विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है। इसका असर वहाँ की व्यापार नीति और आयात क्षमता पर पड़ा है।

आरबीआई की भूमिका और रणनीति

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय-समय पर डॉलर खरीदने और बेचने के माध्यम से विदेशी मुद्रा बाजार को संतुलित करता है। यदि रुपये में गिरावट आती है, तो RBI डॉलर बेचता है, और जब रुपया मजबूत होता है, तो वह डॉलर खरीदता है।

पिछले वर्षों की तुलना में प्रदर्शन

वर्ष फॉरेक्स रिजर्व में बदलाव
2023 +58 अरब डॉलर
2022 -71 अरब डॉलर
2024 +20 अरब डॉलर (अब तक)

फॉरेक्स रिजर्व बढ़ने के फायदे

  1. आर्थिक स्थिरता: मजबूत फॉरेक्स रिजर्व से देश की वित्तीय स्थिति स्थिर रहती है।
  2. रुपये की मजबूती: यह रुपये को अस्थिर होने से बचाता है।
  3. विदेशी निवेशकों का भरोसा: इससे विदेशी निवेशकों का भारत पर भरोसा बढ़ता है।
  4. आपातकालीन सुरक्षा: किसी भी वैश्विक आर्थिक संकट से निपटने के लिए यह एक बैकअप फंड की तरह काम करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार क्या है?

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) वह कुल धनराशि है, जिसमें विदेशी मुद्राएं, स्वर्ण भंडार, और अन्य संपत्तियाँ शामिल होती हैं।

2. फॉरेक्स रिजर्व बढ़ने से भारत को क्या फायदा होता है?

फॉरेक्स रिजर्व बढ़ने से रुपये की स्थिरता बनी रहती है, आर्थिक संकट से निपटने में मदद मिलती है, और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन आसान हो जाता है।

3. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भारत के बढ़ते फॉरेक्स रिजर्व का क्या असर पड़ेगा?

भारत की आर्थिक मजबूती से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व कम होता जा रहा है और उसे IMF से सहायता लेनी पड़ रही है।

4. क्या भारत का फॉरेक्स रिजर्व भविष्य में और बढ़ेगा?

भारत की आर्थिक वृद्धि दर और निर्यात प्रदर्शन को देखते हुए, फॉरेक्स रिजर्व में और वृद्धि की संभावना है।

निष्कर्ष

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सशक्तिकरण का संकेत है। यह न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है, बल्कि निवेशकों का भी भरोसा बढ़ाता है। वहीं, पाकिस्तान की कमजोर होती अर्थव्यवस्था और गिरते मुद्रा भंडार के कारण उसकी स्थिति और नाजुक होती जा रही है।

अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करें और ऐसे ही महत्वपूर्ण आर्थिक विषयों पर अपडेट पाने के लिए जुड़े रहें! 🚀

यह भी पढ़ें :- JEE Mains 2025: हर्ष झा ने किया टॉप, लेकिन उनके स्कूल की मान्यता रद्द!

 

 

1 thought on “India Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी, पाकिस्तान को झटका”

Leave a Comment

Translate »
Exit mobile version