Published by :-Roshan Kumar
Updated on: Saturday, 22 Feb 2025
भारतीय शेयर बाजार इन दिनों भारी उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है। यदि बाजार में गिरावट का यह सिलसिला जारी रहता है, तो 30 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। सेंसेक्स और निफ्टी लगातार पांचवें महीने नुकसान में रह सकते हैं। आइए जानते हैं बाजार की मौजूदा स्थिति, गिरावट के कारण और भविष्य के अनुमान।
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शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति

20 फरवरी 2025 को शेयर बाजार में फिर गिरावट देखने को मिली।
- सेंसेक्स: 203 अंक गिरकर 75,736 पर बंद हुआ।
- निफ्टी: 20 अंक लुढ़ककर 22,913 पर बंद हुआ।
- फरवरी महीने में अब तक सेंसेक्स 2.3% और निफ्टी 2.5% तक गिर चुका है।
गिरावट के कारण
- ग्लोबल मार्केट में कमजोरी – अमेरिका और यूरोप के बाजारों में गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है।
- ब्याज दरों में अस्थिरता – फेडरल रिजर्व और RBI की नीतियों को लेकर निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है।
- एफआईआई की बिकवाली – विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है।
- कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे – कई प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन में गिरावट देखी गई है, जिससे बाजार में नकारात्मकता बढ़ी है।
पिछले कुछ महीनों में बाजार का प्रदर्शन
महीना | सेंसेक्स (% गिरावट) | निफ्टी (% गिरावट) |
---|---|---|
अक्टूबर 2024 | -2.1% | -2.3% |
नवंबर 2024 | -1.8% | -2.0% |
दिसंबर 2024 | -2.5% | -2.7% |
जनवरी 2025 | -3.0% | -3.2% |
फरवरी 2025 (अब तक) | -2.3% | -2.5% |
अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो यह 30 सालों में सबसे लंबी गिरावट होगी।
निवेशकों के लिए चिंता का विषय
कोटक सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान के अनुसार:
- निफ्टी ने 22,950 और सेंसेक्स ने 75,800 का सपोर्ट लेवल तोड़ दिया है।
- यदि बाजार में सुधार नहीं हुआ, तो सेंसेक्स 75,500 तक गिर सकता है।
- लेकिन अगर सेंसेक्स 76,000 के स्तर से ऊपर जाता है, तो स्थिरता आ सकती है।
बाजार की रिकवरी की उम्मीद
विश्लेषण फर्म | अनुमानित निफ्टी स्तर (दिसंबर 2025 तक) | वृद्धि (%) |
नोमुरा | 23,784 | +3.8% |
नोमुरा का मानना है कि भारतीय बाजार दिसंबर 2025 तक रिकवरी दिखा सकता है।
RBI और सरकार का नजरिया
- RBI का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति स्थिर हो रही है।
- गोल्डमैन सैक्स ने भारत की विकास दर का अनुमान 0.10% बढ़ाकर 6.2% कर दिया है।
- ग्रामीण और शहरी मांग में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।
क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?
नहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। बाजार में लॉन्ग-टर्म निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. क्या यह बाजार में निवेश करने का सही समय है?
अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो यह सही समय हो सकता है। लेकिन शॉर्ट-टर्म में सावधानी जरूरी है।
2. बाजार में गिरावट कब तक जारी रहेगी?
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि सेंसेक्स और निफ्टी जल्द ही सपोर्ट लेवल से ऊपर नहीं जाते, तो यह गिरावट कुछ और महीनों तक जारी रह सकती है।
3. निवेशकों को क्या करना चाहिए?
- लॉन्ग-टर्म निवेश की रणनीति अपनाएं।
- अच्छे फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करें।
- बाजार के ट्रेंड पर नजर रखें और घबराहट में बिकवाली न करें।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में संभावनाएं बेहतर हैं। अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और ऐसे ही अपडेट्स के लिए जुड़े रहें!
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