Published by :- Roshan Soni
Updated on: Thrusday, 09 Jan 2025
HMPV (Human Metapneumovirus) हाल ही में चर्चा में है, और यह कुछ चिंताओं का कारण बन रहा है। कई लोग इसे नए वायरस के रूप में देख रहे हैं, लेकिन क्या यह वाकई नया है? कैसे यह सामान्य सर्दी-जुकाम जैसा वायरस है, और हमें इससे बचाव के लिए क्या कदम उठाने चाहिए? आइए जानते हैं इस बारे में विशेषज्ञों से।

क्या HMPV नया वायरस है?
HMPV को 24 साल पहले खोजा गया था और यह लगभग 60 वर्षों से मानवों में फैल रहा है। यह वायरस SARS-CoV-2 की तरह नया नहीं है, जो COVID-19 का कारण बना था। HMPV पहले से कई लोगों में मौजूद है और इससे इम्यूनिटी भी विकसित हो चुकी है। यह वायरस सामान्य सर्दी और फ्लू के जैसे लक्षण उत्पन्न करता है और आमतौर पर जीवन के लिए खतरा नहीं बनता।
क्या HMPV में म्यूटेशन (Mutation) हो सकता है?
वैज्ञानिकों का मानना है कि HMPV के म्यूटेशन की संभावना COVID-19 जैसे अन्य वायरस के मुकाबले कम है। HMPV में अब तक जो म्यूटेशन हुए हैं, वे अधिकतर “साइलेंट” रहे हैं, यानी इनका वायरस के प्रभाव पर कोई खास असर नहीं पड़ा। हालांकि, यह वायरस RNA वाइरस है और भविष्य में इसके म्यूटेशन को लेकर सतर्कता बनाए रखनी चाहिए।
HMPV के लक्षण और उसकी गंभीरता
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-खांसी जैसे होते हैं, जैसे:
- बुखार
- सर्दी, खांसी
- गले में खराश
- सिरदर्द
- थकावट
यह वायरस ज्यादातर 4 से 5 दिन के भीतर खुद ठीक हो जाता है। हालांकि, यह बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में जटिलताएँ पैदा कर सकता है, जिससे बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।
क्या HMPV पहले कोलकाता में पाया गया था?
जी हां, HMPV कोलकाता में पिछले एक दशक से अधिक समय से मौजूद है। इसमें BioFire टेस्ट किया गया था, जो 14 वायरस और बैक्टीरिया का पता लगाता है, जिसमें HMPV भी शामिल है। यह वायरस सर्दियों में आमतौर पर अधिक पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी यह अकेले भी पाया जा सकता है।
कोलकाता में स्थिति क्या है?
नवंबर-दिसंबर 2024 में, कोलकाता के पाँच लैब्स ने लगभग 30 मामलों की रिपोर्ट की है, जिनमें ज्यादातर बच्चे प्रभावित हुए हैं। हालांकि, कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि असल संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है, क्योंकि टेस्ट केवल उन मरीजों पर किए जाते हैं जो गंभीर श्वसन संक्रमण से पीड़ित होते हैं।
KMC (कोलकाता नगर निगम) का क्या योजना है?
कोलकाता नगर निगम ने अभी तक राज्य स्वास्थ्य विभाग से HMPV के बारे में कोई गाइडलाइन या सलाह नहीं प्राप्त की है।
क्या हमें टेस्ट कराना चाहिए या वैक्सीन की जरूरत है?
विशेषज्ञों के अनुसार, सामान्य रूप से टेस्ट कराने की कोई आवश्यकता नहीं है, जब तक कि डॉक्टर न कहें। अब तक HMPV के लिए कोई वैक्सीनेशन की आवश्यकता नहीं पाई गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चेतावनी दी है कि लोग किसी चिकित्सकीय व्यापारी के झांसे में न आएं जो इस वायरस के नाम पर पैसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):
- क्या HMPV एक नया वायरस है?
- नहीं, HMPV लगभग 60 वर्षों से मानवों में मौजूद है और इसे 24 साल पहले वैज्ञानिकों ने पहचाना था।
- क्या HMPV से घबराना चाहिए?
- नहीं, HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी और खांसी जैसे होते हैं और यह अधिकांश मामलों में खतरनाक नहीं होता। बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में कुछ जटिलताएँ हो सकती हैं।
- HMPV के लक्षण क्या हैं?
- बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, और थकावट इसके सामान्य लक्षण हैं। यह आमतौर पर 4-5 दिन में ठीक हो जाता है।
- HMPV के लिए क्या हमें टेस्ट कराना चाहिए?
- सामान्यत: टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है, जब तक कि डॉक्टर न कहें।
- क्या HMPV के लिए कोई वैक्सीनेशन है?
- नहीं, फिलहाल HMPV के लिए कोई वैक्सीन की आवश्यकता नहीं है।
सावधानियां और जानकारी: अगर आपको यह लेख उपयोगी लगे तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और भविष्य में ऐसी और जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें।
यह भी पढ़ें :-
Thank you for your sharing. I am worried that I lack creative ideas. It is your article that makes me full of hope. Thank you. But, I have a question, can you help me?