Haryana: दिल्ली आ रहे यमुना के पानी में कितना अमोनिया? EC ने हरियाणा से मांगी रिपोर्ट, आतिशी ने लगाया था आरोप

Published by :- Hritik  Kumar
Updated on: Tuesday, 28 Jan 2025

Delhi Assembly Election: चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार को मंगलवार दोपहर तक इस मामले पर तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी में अमोनिया के उच्च स्तर पर चुनाव आयोग ने हरियाणा से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। दरअसल, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने हरियाणा से आने वाले पानी में अमोनिया के उच्च स्तर की शिकायत चुनाव आयोग से की थी। इस पर एक्शन लेते हुए सोमवार को चुनाव आयोग ने हरियाणा से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।

दिल्ली को मिल रहा दूषित पानी?

Credit as :- Times of India

 

दिल्ली सरकार का दावा है कि हरियाणा से आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है, जिससे दिल्ली में जल संकट गहरा सकता है। मुख्यमंत्री आतिशी का कहना है कि यह मुद्दा सिर्फ जल आपूर्ति का ही नहीं बल्कि दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य का भी है। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि इस मामले पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

मंगलवार तक मांगी रिपोर्ट

बता दें कि दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया और आरोप लगाया कि हरियाणा से दिल्ली को मिलने वाले पानी में अमोनिया का लेवल हाई है। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार को मंगलवार दोपहर तक इस मामले पर तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

हरियाणा सरकार का जवाब

हरियाणा सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए इस तरह के निराधार आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा, “हम यमुना का पानी साफ-सुथरा भेज रहे हैं। अगर कोई समस्या है तो वह दिल्ली की जल वितरण प्रणाली में है, न कि हरियाणा द्वारा भेजे जा रहे पानी में।”

केजरीवाल को आरोप लगाकर भागने की आदत – सीएम सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि केजरीवाल की आरोप लगाकर भागने की आदत और सोच है। उन्होंने कहा, “मैंने कहा कि आप (अरविंद केजरीवाल) अपने मुख्य सचिव को भेजें और मैं अपने मुख्य सचिव से कहूंगा कि सोनीपत में यमुना के पानी की गुणवत्ता की जांच करें, जहां से यह दिल्ली में प्रवेश करता है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल अमोनिया की बात करते हैं। वह पानी की कमी का दावा करते हैं, लेकिन कोई कमी नहीं है। समस्या वितरण प्रणाली में है। वह 10 साल में पानी के वितरण को ठीक से नहीं संभाल सके, जबकि उन्होंने मंच से वादा किया था। फिर भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। उन्होंने केजरीवाल को सलाह देते हुए कहा आरोप लगाने के बजाय उन्हें काम करना चाहिए। दिल्ली की जनता ने मन बना लिया है और वह उन्हें सबक सिखाएगी।

विशेषज्ञों की राय

जल विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में जल संकट का मुख्य कारण सिर्फ अमोनिया नहीं, बल्कि बढ़ती जनसंख्या और जल वितरण तंत्र की समस्याएं भी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली सरकार को अपनी जल शोधन प्रणालियों को और अधिक उन्नत करने की आवश्यकता है ताकि दूषित जल को पीने योग्य बनाया जा सके।

निष्कर्ष

दिल्ली और हरियाणा के बीच जल विवाद कोई नया नहीं है, लेकिन चुनावी माहौल में इस मुद्दे ने और तूल पकड़ लिया है। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग की रिपोर्ट आने के बाद इस विवाद का क्या हल निकलता है। क्या दिल्ली सरकार को राहत मिलेगी या फिर यह विवाद और बढ़ेगा?

FAQs – दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले यमुना के पानी में अमोनिया विवाद

1. दिल्ली सरकार ने हरियाणा पर क्या आरोप लगाए हैं?
दिल्ली सरकार का दावा है कि हरियाणा से दिल्ली को सप्लाई किए जा रहे यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा बहुत अधिक है, जिससे दिल्ली में जल संकट गहरा सकता है और जनता के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ सकता है।

2. चुनाव आयोग ने इस मामले में क्या कदम उठाया है?
चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार से इस मुद्दे पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है और निर्देश दिया है कि मंगलवार दोपहर तक विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की जाए।

3. हरियाणा सरकार का इस पर क्या कहना है?
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली सरकार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पानी में कोई समस्या नहीं है, बल्कि दिल्ली की जल वितरण प्रणाली ही दोषपूर्ण है, जिससे यह संकट उत्पन्न हो रहा है।

4. अमोनिया का जल गुणवत्ता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
अमोनिया की अधिक मात्रा पानी को जहरीला बना सकती है, जिससे इसे पीने योग्य नहीं माना जाता। अधिक अमोनिया से जल शुद्धिकरण संयंत्रों की क्षमता प्रभावित होती है और जल संकट की स्थिति बन सकती है।

5. क्या यह विवाद नया है?
नहीं, दिल्ली और हरियाणा के बीच जल विवाद कई वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन चुनावी माहौल में इसने अधिक तूल पकड़ लिया है।

6. इस मुद्दे का समाधान क्या हो सकता है?
इस विवाद का समाधान दिल्ली की जल शोधन प्रणाली को उन्नत करने, दोनों राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाने और वैज्ञानिक रूप से जल गुणवत्ता की जांच करने में हो सकता है।

अगर आप और FAQs जोड़ना चाहते हैं या कुछ संशोधन कराना चाहते हैं, तो बताइए! 😊

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