Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Thursday ,13 March 2025
साल 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण शामिल हैं। साल का पहला ग्रहण होली के दिन 14 मार्च को लगेगा, जब भारत में पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, लेकिन इसका असर दुनिया भर के लोगों पर होगा। साथ ही, यह जानना जरूरी है कि 2025 में आने वाले अन्य ग्रहणों का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
Grahan 2025 Tithi (ग्रहण तिथि 2025): साल 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे। इनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण शामिल हैं। ये ग्रहण निम्नलिखित तारीखों पर होंगे:
- पहला चंद्र ग्रहण: होली पर 14 मार्च 2025 को, जो पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा।
- पहला सूर्य ग्रहण: 29 मार्च 2025 को, जो आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और भारत में नहीं दिखाई देगा।
- दूसरा चंद्र ग्रहण: 7-8 सितंबर 2025 को, यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और भारत में दिखाई देगा।
- दूसरा सूर्य ग्रहण: 21-22 सितंबर 2025 को, यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और इसका असर भारत में नहीं होगा।
होली पर पहला चंद्र ग्रहण:
होली के दिन 14 मार्च 2025 को पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण प्रातः 10:39:03 बजे शुरू होगा और दोपहर 2:18:02 बजे समाप्त होगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
ग्रहण का प्रभाव भारत में: ज्योतिषाचार्य के अनुसार, 2025 के ग्रहणों का भारत पर कोई खास असर नहीं होगा क्योंकि इनका दृश्य प्रभाव भारत में नहीं होगा। ज्यादातर सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण आंशिक होंगे, और इनका भारतीय संस्कृति पर कोई विशेष प्रभाव नहीं माना जाएगा। हालांकि, ग्रहण के दौरान धार्मिक और आस्थावान लोग इन दिनों को विशेष महत्व देते हैं और पूजा-पाठ करने की परंपरा अपनाते हैं।
होली पर सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण क्या होते हैं?
- सूर्य ग्रहण: जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, तो सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता, जिससे सूरज का कुछ हिस्सा या पूरा हिस्सा ढक जाता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार का होता है: आंशिक, वलयाकार और पूर्ण सूर्य ग्रहण।
- चंद्र ग्रहण: चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी के कारण सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता। यह ग्रहण तीन प्रकार का होता है: आंशिक, पूर्ण और पेनम्ब्रल चंद्र ग्रहण।
ग्रहण के दौरान क्या करें?
ग्रहण के समय कुछ खास नियमों का पालन करने की परंपरा है। आस्थावान लोग ग्रहण के दौरान पूजा करते हैं, वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के समय शुभ कार्यों से बचना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान और शुद्धि का महत्व भी माना जाता है।
Frequently Asked Questions (FAQ) in Hindi:
- क्या 2025 में सभी ग्रहण भारत में दिखाई देंगे? नहीं, 2025 में केवल कुछ ग्रहण भारत में दिखाई देंगे। जैसे कि होली पर 14 मार्च को होने वाला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।
- ग्रहण का भारत में क्या असर होगा? ग्रहण के दौरान ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धार्मिक मान्यताएं और कुछ परंपराएं होती हैं। हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ग्रहण का कोई विशेष असर नहीं माना जाता।
- चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण में क्या अंतर है? चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जबकि सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है।
- ग्रहण के दौरान क्या उपाय किए जाते हैं? ग्रहण के दौरान कई लोग पूजा करते हैं, स्नान करते हैं, और कुछ खास नियमों का पालन करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष: साल 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे, जिनमें से पहला चंद्र ग्रहण होली के दिन 14 मार्च को लगेगा। इन ग्रहणों का प्रभाव भारत में ज्यादा नहीं होगा, लेकिन फिर भी यह ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। ग्रहण के दौरान विशेष सावधानियां बरतना और शांति बनाए रखना अच्छा माना जाता है।
अगर आपको हमारा कंटेंट अच्छा लगा हो, तो कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और ऐसे और अपडेटेड कंटेंट के लिए हमारे साथ जुड़ें।
यह भी पढ़ें :-