Gold Prices Update: सोने की कीमतों में आई गिरावट, जानें आगे क्या हो सकते हैं भाव – 2025

Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Sunday , 23 Feb 2022

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सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। जानें क्यों 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम सोने के भाव में कमी आई है, और आगे क्या हो सकते हैं सोने के भाव?

                                                         Credit as – Social Media

सोने की कीमतों में गिरावट: क्या कारण हैं?

सोने की कीमतें 2025 में लगातार बढ़ रही थीं, लेकिन अब इसमें कुछ गिरावट देखने को मिली है। पिछले कुछ दिनों में सोना अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा था, लेकिन अब करीब 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया है। सोने के इस गिरते हुए दाम के पीछे कुछ खास कारण हैं, जिनका प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव कल 2,955 डॉलर प्रति औंस के अपने उच्चतम स्तर पर था। हालांकि आज यह करीब 30 डॉलर यानी 1000 रुपये गिरकर 2,925 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा था। ये गिरावट चिराग शेठ के अनुसार मुनाफावसूली की वजह से आई है, जो कि एक सामान्य प्रवृत्ति है जब सोने के दाम ज्यादा बढ़ जाते हैं।


सोने की कीमतों में क्यों आ रही है अस्थिरता?

चिराग शेठ, जो मेटल्स फोकस के प्रिसिंपल कंसल्टेंट हैं, ने बताया कि सोने की कीमतों में इस साल की पहली छमाही तक अस्थिरता बनी रह सकती है। चिराग ने कहा कि जैसे ही सोने की कीमतों में उछाल आता है, उसके बाद मुनाफावसूली होती है, लेकिन फिर सोने की कीमतें फिर से ऊपर की ओर बढ़ जाती हैं। इस तरह की स्थिति मार्केट में लंबे समय तक बनी रह सकती है।

इसके अलावा, आर्थिक अनिश्चितताओं और भूराजनैतिक चिंताओं ने भी सोने की कीमतों में वृद्धि को बढ़ावा दिया है। विशेष रूप से ट्रंप की टैरिफ से जुड़ी नीतियों और अन्य वैश्विक घटनाओं के कारण सोने की कीमतें प्रभावित हो रही हैं।


आने वाले समय में सोने की कीमतें क्या हो सकती हैं?

चिराग शेठ का मानना है कि सोने की कीमतों के आगे 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, मार्केट की परिस्थितियों के अनुसार ओवरशूट भी हो सकता है, यानी सोने की कीमतें 3,000 डॉलर से भी कहीं ज्यादा बढ़ सकती हैं।

कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने अनुमान जताया है कि सोने की कीमतें 3,200 से 3,300 डॉलर तक भी जा सकती हैं। इसके साथ ही, भारतीय बाजार में भी ज्वैलरी की मांग कमजोर रही है, लेकिन इनवेस्टमेंट के लिए लोग अब अधिक सोने में निवेश कर रहे हैं, जिससे कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।


भारत में सोने की मांग और निवेश में वृद्धि

भारत में सोने की कीमतों में इस समय वृद्धि का प्रमुख कारण यहां की निवेशक वर्ग है। भारत में, जहां ज्वैलरी की मांग अभी धीमी है, वहीं निवेशकों का ध्यान सोने में सुरक्षित निवेश के रूप में अधिक बढ़ गया है। खासकर भारतीय घरेलू बाजार में निवेशक सोने में पैसा लगा रहे हैं, जो कि सोने की कीमतों को प्रभावित करता है।

भारत में सोने के प्रति प्यार और उसकी मांग हमेशा से उच्च रही है, और ऐसे समय में जब आर्थिक अनिश्चितताएं बढ़ी हैं, लोग अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश कर रहे हैं।


सोने की कीमतों पर प्रभाव डालने वाले प्रमुख कारक

  1. आर्थिक अनिश्चितताएं: वैश्विक आर्थिक संकट या किसी भी प्रकार की मंदी के दौरान सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि यह एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
  2. भूराजनैतिक चिंताएँ: जैसे कि किसी भी देश की युद्ध स्थिति या राजनैतिक तनावों का असर सोने की कीमतों पर पड़ता है।
  3. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव: जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़ती हैं तो भारत में भी सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
  4. भारतीय ज्वैलरी की मांग: भारत में शादी और त्योहारों के सीजन में ज्वैलरी की मांग बढ़ने से भी सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
  5. डॉलर की दर: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने पर सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि भारत को आयातित सोने के लिए अधिक डॉलर खर्च करने पड़ते हैं।

फ्रिक्वेंटली आस्क्ड क्वेश्चन (FAQ)

1. क्या सोने के भाव में गिरावट स्थायी है?

सोने के भाव में गिरावट अस्थायी हो सकती है। चिराग शेठ के अनुसार, अभी भी सोने की कीमतें 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं, और आने वाले समय में अधिक बढ़ोतरी हो सकती है।

2. सोने की कीमतों में गिरावट का भारतीय बाजार पर क्या असर पड़ेगा?

भारतीय बाजार में सोने की मांग अभी निवेश के लिए है, और इस गिरावट का असर कम हो सकता है। हालांकि, भारतीय बाजार में आगामी त्योहारी सीजन के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

3. क्या सोने में निवेश करना अच्छा रहेगा?

अगर आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, आपको अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम सहनशीलता के हिसाब से निवेश निर्णय लेना चाहिए।

4. क्या सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं?

जी हां, विशेषज्ञों के अनुसार, आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। चिराग शेठ ने इसे 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जाने का अनुमान जताया है, और यदि वैश्विक स्थिति में कोई और उतार-चढ़ाव होता है तो कीमतें और बढ़ सकती हैं।


समाप्ति: सोने की कीमतों में गिरावट और भविष्य में होने वाली संभावित वृद्धि पर चल रही चर्चा यह दिखाती है कि सोना एक अस्थिर लेकिन आकर्षक निवेश है। इसके कारण और भविष्य की कीमतों के बारे में अधिक जानकारी रखना निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और ऐसी ही उपयोगी जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें!


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