Giridih News: पशुपालन विभागीय एआई कर्मचारी संघ का राज्य सम्मेलन संपन्न, नई कार्यकारिणी का गठन
Published by: Roshan Soni
Updated on: Monday, 16 Dec 2024
झारखंड के गिरिडीह में आयोजित पशुपालन विभागीय एआई कर्मचारी संघ का राज्य सम्मेलन झारखंड मजदूर मोर्चा के तत्वावधान में बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता राजू रजक, विनोद कुमार, विमलकांत मोर्या और लोचन पंडित ने संयुक्त रूप से की। इस दौरान झारखंड मजदूर मोर्चा और एनओसीजीई के राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक कुमार सिंह ने उद्घाटन किया।
राज्य सम्मेलन के प्रमुख बिंदु
अशोक कुमार सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में झारखंड सरकार से मांग की कि पशुपालन विभागीय एआई कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित विभागीय कोष का सही उपयोग तभी संभव है जब एआई वर्कर्स को उचित वेतन और स्थाई सेवाओं का लाभ मिले।
प्रदेश महामंत्री राजेश महतो ने भी अपने संबोधन में एआई कर्मचारियों के आर्थिक संकट को उजागर किया। उन्होंने कहा कि मात्र 6000 रुपये के वेतन से परिवार का भरण-पोषण करना असंभव है। सभा में संघ के अन्य नेताओं जैसे रघुनंदन प्रसाद विश्वकर्मा, रूपलाल महतो, राजू रजक और लोचन पंडित ने भी अपने विचार साझा किए।
15 जिलों के प्रतिनिधियों की भागीदारी
सम्मेलन में झारखंड के 15 जिलों से आए 170 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें गिरिडीह, धनबाद, दुमका, हजारीबाग, साहेबगंज, देवघर, बोकारो, और रामगढ़ सहित कई जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर आगामी सत्र के लिए सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का गठन किया गया।
नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का चयन
- मुख्य संरक्षक: अशोक कुमार सिंह (एनओसीजीई राष्ट्रीय संगठन सचिव)
- प्रदेश अध्यक्ष: राजू रजक (धनबाद)
- कार्यकारी अध्यक्ष: लोचन पंडित (दुमका)
- महासचिव: राजेश कुमार महतो (गिरिडीह)
- उपाध्यक्ष:
- किण्डा रानी (सिमडेगा)
- विनोद कुमार (साहेबगंज)
- मेघलाल मंडल (गिरिडीह)
- मुकेश कुमार (रामगढ़)
- मनोज कुमार महतो (बोकारो)
- प्रदीप सिंह (धनबाद)
- प्रदेश कोषाध्यक्ष: विमलकांत मोर्य (गिरिडीह)
- उप कोषाध्यक्ष: धीरेंद्रनाथ महतो (धनबाद)
- संयुक्त सचिव:
- बिहारीलाल (बोकारो)
- अमित कुमार वर्मा (गिरिडीह)
- सुबोध कुमार बड़ाईक (चाईबासा)
- टिंकू दास (देवघर)
- राहुल रविश (धनबाद)
संघ की माँगें और निर्णय
संघ ने राज्य सरकार के समक्ष कई मांगें रखीं, जिनमें प्रमुख हैं:
- सेवा नियमितीकरण: एआई कर्मचारियों की सेवाओं को स्थाई किया जाए।
- वेतन वृद्धि: न्यूनतम वेतन में वृद्धि कर इसे परिवार चलाने योग्य बनाया जाए।
- पारदर्शी प्रक्रिया: विभागीय कोष का सही और पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
सभा में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य सामान्य परिषद की अगली बैठक धनबाद में जनवरी के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएगी।
झारखंड मजदूर मोर्चा की भूमिका
झारखंड मजदूर मोर्चा के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन ने राज्य में एआई कर्मचारियों की समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठाया। अशोक कुमार सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि यदि सरकार कर्मचारियों की मांगों को समय पर पूरा नहीं करती है, तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
छोटे वेतन में बड़ी जिम्मेदारी
पशुपालन विभागीय एआई कर्मचारी झारखंड में पशुपालन केंद्रों का प्रभार संभालते हैं। ये कर्मचारी सीमित संसाधनों और नाममात्र के वेतन में विभागीय कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में उनकी मांगें वाजिब हैं और सरकार को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है।
सम्मेलन का उद्देश्य
इस सम्मेलन का उद्देश्य न केवल एआई कर्मचारियों की समस्याओं को उजागर करना था, बल्कि उनके अधिकारों के लिए सामूहिक आवाज उठाना भी था। नए सत्र के पदाधिकारियों के चयन ने इस दिशा में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
निष्कर्ष
गिरिडीह में आयोजित पशुपालन विभागीय एआई कर्मचारी संघ का सम्मेलन न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह कर्मचारियों के हक और अधिकारों की लड़ाई की शुरुआत है। झारखंड सरकार और प्रशासन के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से लें और उनकी समस्याओं का समाधान करें।
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