लेखक :- Sourav Kumar
कैटेगरी :- ताजा खबर | डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर पलटी मारी
Publish Date :- Saturday, 17 May 2025
Contents
मुख्य बिंदु:
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डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्धविराम पर पहले खुद को दिया था क्रेडिट
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अब ट्रंप ने कहा – “मैं यह नहीं कह रहा कि मैंने मध्यस्थता कराई”
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भारत सरकार ने ट्रंप के दावों को पूरी तरह नकारा
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अमेरिका ने सिर्फ “मदद” करने की बात दोहराई
पूरा मामला क्या है?
10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा हुई। इस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को इसका श्रेय देते हुए ट्रूथ सोशल पर लिखा, “भारत और पाकिस्तान तत्काल सीजफायर पर सहमत हो गए हैं। यह बुद्धिमत्ता का परिचय है।”
हालाँकि, भारत सरकार ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ इस दौरान कोई व्यापार या मध्यस्थता से जुड़ी बातचीत नहीं हुई थी।
अब क्या बोले ट्रंप?
हाल ही में ट्रंप ने अपने पुराने बयान से पलटी मारी और कहा,
“मैं यह नहीं कह रहा कि मैंने मध्यस्थता की। मैंने बस भारत और पाकिस्तान के बीच समस्या को सुलझाने में मदद की।”
ट्रंप ने दावा किया कि भारत-पाक के बीच स्थिति काफी खतरनाक हो गई थी और दोनों देशों ने मिसाइल दागना शुरू कर दिए थे, जिसके बाद अमेरिका ने हस्तक्षेप कर स्थिति को “सैटल” किया।
भारत का रुख क्या है?
भारत ने ट्रंप के बयानों को राजनीतिक स्टंट बताते हुए पूरी तरह नकार दिया। भारत ने कहा कि:
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अमेरिका के साथ सीजफायर से जुड़ी कोई बातचीत नहीं हुई
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भारत की विदेश नीति पूरी तरह स्वतंत्र और संप्रभु है
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पाकिस्तान के साथ कोई भी निर्णय आंतरिक विचार-विमर्श से लिया गया है
ट्रंप का ट्रेड एंगल
ट्रंप ने दावा किया कि जब उन्होंने भारत से व्यापार की बात की, तभी मामला सुलझा। उनका कहना था,
“भारत और पाकिस्तान वर्षों से लड़ रहे हैं। मुझे नहीं लगता था कि समझौता होगा, लेकिन मैंने प्रयास किया और सीजफायर हो गया।”
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
❓ क्या डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करावाया?
🔹 नहीं, भारत सरकार ने साफ कहा कि अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी।
❓ क्या भारत और पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता पर युद्धविराम किया?
🔹 नहीं, यह निर्णय दोनों देशों के आंतरिक बातचीत और सैन्य स्तर की चर्चा का नतीजा था।
❓ क्या अमेरिका ने भारत-पाक युद्ध की स्थिति को सुलझाने में मदद की?
🔹 ट्रंप का दावा है कि उन्होंने मदद की, लेकिन भारत सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
❓ क्या ट्रेड वार्ता इस सीजफायर का कारण बनी?
🔹 भारत ने स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ कोई व्यापारिक चर्चा इस दौरान नहीं हुई।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के बयानों में दोहराव और विरोधाभास साफ नजर आता है। पहले खुद को सीजफायर का “हीरो” बताने वाले ट्रंप अब कह रहे हैं कि उन्होंने सिर्फ मदद की। भारत ने ट्रंप के दावों को नकार कर यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत की नीतियां देशहित और आत्मनिर्भरता के सिद्धांत पर आधारित हैं।
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