क्या पाकिस्तान भारत के साथ फुल स्केल वॉर चाहता है? जनरल आसिम मुनीर की साजिश का खुलासा

लेखक                 :-  Sourav Kumar
कैटेगरी               :-  अंतरराष्ट्रीय खबर | 🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर 2025

Publish Date     :-  Sunday,11 May 2025

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए ड्रोन हमले और पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर की भूमिका ने इस पूरे क्षेत्र को युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया है। सवाल यह उठता है कि क्या पाकिस्तान शांति नहीं चाहता? क्या यह सब केवल सत्ता बचाने की साजिश है?

आसिम मुनीर की कुर्सी की लड़ाई

Credit as: Social Media

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर इस समय देश की सबसे ताकतवर शख्सियत बन चुके हैं। हाल ही में उन्होंने अपने टेन्योर को 3 साल से बढ़ाकर 5 साल करवा लिया है और अब वह 2027 तक सेना के प्रमुख बने रहेंगे। इतिहास गवाह है कि जब भी किसी जनरल का कार्यकाल बढ़ाया गया है, वहां सरकार को कमजोर कर दिया गया है या सत्ता पलट दी गई है। मुनीर भी इसी रास्ते पर बढ़ते दिख रहे हैं।

ड्रोन अटैक और फायरिंग: सीजफायर का दिखावा?

जम्मू पर हाल ही में हुए ड्रोन हमले के बाद साफ हो गया है कि पाकिस्तान युद्धविराम की भाषा सिर्फ दिखावे के लिए बोल रहा है। भारत सरकार ने भी सीजफायर शब्द का उपयोग नहीं किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने इस शब्द का ज़िक्र तक नहीं किया। इससे साफ होता है कि पाकिस्तान की नीयत में खोट है।

पाकिस्तान की रणनीति: मीडिया प्रॉपेगैंडा और प्रॉवोकेशन

पाकिस्तान का मीडिया लगातार भारत विरोधी खबरें फैला रहा है। फेक न्यूज़, झूठे दावे और मिसाइल अटैक की झूठी रिपोर्ट्स के जरिए अपनी जनता को गुमराह किया जा रहा है। भारत के खिलाफ जहर उगला जा रहा है ताकि युद्ध का माहौल तैयार किया जा सके और जनरल मुनीर अपनी ताकत को जायज ठहरा सकें।

फुल स्केल वॉर का खतरा: क्या भारत तैयार है?

भारत के पास आज बेहतर आर्मी, इकोनॉमी और डिफेंस सिस्टम है। लेकिन सवाल यह है कि क्या फुल स्केल वॉर एक सही विकल्प होगा? पाकिस्तान के पास न्यूक्लियर वेपन्स हैं, लेकिन उसके पास संसाधनों की भारी कमी है। अगर भारत कन्वेंशनल युद्ध करता है, तो पाकिस्तान में भारी नुकसान की संभावना है, लेकिन हमें यह भी सोचना होगा कि क्या हम न्यूक्लियर खतरे के लिए तैयार हैं?

अजीत डोभाल की एक पुरानी क्लिप में उन्होंने कहा था:

“अगर भारत यह मान ले कि यह न्यूक्लियर ब्लफ़ है, तो पाकिस्तान राष्ट्र के रूप में नहीं बचेगा। भारत फिर भी बचेगा।”

निष्कर्ष: भारत का रास्ता क्या होगा?

आज के समय भारत एक स्थिर, प्रगतिशील देश है, जो विश्व में अपनी भूमिका को मज़बूती से निभा रहा है। वहीं पाकिस्तान एक संकट में डूबता राष्ट्र बन चुका है। पीएम नरेंद्र मोदी के सामने यह निर्णय लेना आसान नहीं होगा कि क्या फुल स्केल वॉर का विकल्प अपनाया जाए या फिर कूटनीति से इसका हल निकाला जाए।

यह समय भारत के लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है, लेकिन हर निर्णय को सोच-समझकर और दीर्घकालिक रणनीति के तहत लेना जरूरी है।

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