दो वर्ष की बच्ची की कस्टडी को लेकर पति-पत्नी में विवाद, पुलिस ने मां को सौंपी बच्ची
Published by: Roshan Soni
Updated on: Friday ,29 Nov 2024
हजारीबाग, झारखंड: दो वर्ष की बच्ची की कस्टडी को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद का मामला कोर्रा थाना तक पहुंच गया। इस घटना ने मुहल्ले में तनाव पैदा कर दिया, जहां दर्जनों लोग बच्ची के भविष्य को लेकर अपनी-अपनी राय रखने लगे। आखिरकार, पुलिस ने कानून के अनुसार बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया।
मामले की पृष्ठभूमि
कोर्रा निवासी विक्की पासवान और कल्पना कुमारी की शादी के बाद एक बच्ची का जन्म हुआ। कुछ समय बाद ही पति-पत्नी के बीच आपसी विवाद शुरू हो गया, जो बढ़ते-बढ़ते अलगाव में बदल गया। कल्पना कुमारी ने अपना ससुराल छोड़ दिया, और मामला फैमिली कोर्ट में चला गया।
घटना का विवरण
बुधवार की शाम कल्पना कुमारी, पुलिस की सहायता से अपनी बच्ची को लेने विक्की पासवान के घर पहुंचीं। पुलिस की मौजूदगी में बच्ची को लेकर कल्पना थाने पहुंचीं। इसके बाद मुहल्ले के लोग भी थाने पहुंचकर इस बात पर बहस करने लगे कि बच्ची को मां के पास रहना चाहिए या पिता के पास।
कानून का फैसला
कोर्रा पुलिस ने स्पष्ट किया कि भारतीय कानून के अनुसार, दो वर्ष से कम आयु की बच्ची को मां की देखरेख में रखा जाता है। इसी नियम के तहत बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया।
मुहल्ले में हंगामा
मुहल्ले के लोगों ने इस मामले में अपने-अपने विचार रखे। कुछ का कहना था कि बच्ची को पिता के पास रहना चाहिए, तो कुछ ने मां के साथ रहने का समर्थन किया। इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाने और शांत करने का प्रयास किया।
फैमिली कोर्ट में मामला जारी
विक्की पासवान और कल्पना कुमारी के बीच पारिवारिक विवाद का मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में अदालत का अंतिम निर्णय ही आगे का रास्ता तय करेगा।
इस मामले ने पारिवारिक विवादों के बीच बच्चों के अधिकार और सुरक्षा की अहमियत को फिर से उजागर किया है।
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