Published by: Roshan Soni
Updated on: Thursday, 19 Dec 2024
Introduction:
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में बुधवार रात एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना बेवर-पीलीभीत हाईवे पर तब हुई जब एक अर्टिगा कार, जो दिल्ली जा रही थी, एक बेसहारा पशु से टकराकर अनियंत्रित हो गई और एक ट्रक में जा घुसी। इस दर्दनाक हादसे में एक कपड़ा व्यापारी रियासत अली, उनकी पत्नी और दो बच्चों समेत पांच लोग जान से हाथ धो बैठे।
दुर्घटना का विवरण:
हादसा कब और कहां हुआ?
यह दुर्घटना 18 दिसंबर 2024 को रात करीब 10:30 बजे बेवर-पीलीभीत हाईवे पर हुई, जब अर्टिगा कार मदनापुर के बुधवाना के पास एक बेसहारा पशु से टकराई। इसके बाद कार अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे ट्रक में जा घुसी। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक व्यापारी रियासत अली, उनकी पत्नी आमना बेगम और उनकी छह साल की बेटी गुड़िया शामिल थे।
हादसे में कौन लोग शामिल थे?
रियासत अली और उनके परिवार के साथ कार में कुल 11 लोग सवार थे, जिनमें छह बच्चे भी शामिल थे। यह परिवार कांट के नवादा नगला गांव से दिल्ली जा रहा था। इसके अलावा, रियासत ने रास्ते में एक महिला और बच्चे को लिफ्ट भी दी थी, जो इस हादसे में शिकार हो गए।
मृतकों की पहचान कैसे हुई?
हादसे के बाद पुलिस ने शिनाख्त के लिए फोटो भेजकर मृतकों की पहचान की। इसमें शालू चंद्रा की पत्नी अन्नू और छह वर्षीय बच्ची नूर की पहचान की गई।
दुर्घटना के बाद की घटनाएं:
घायलों की हालत
हादसे में घायल हुए छह लोगों को तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। ट्रक चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
घटना पर प्रतिक्रिया
एएसपी सिटी संंजय कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों का उपचार सुनिश्चित किया। वे हादसे की जांच कर रहे हैं और ट्रक चालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
सामान्य जानकारी:
यूपी में बढ़ते सड़क हादसे और सुरक्षा उपाय
यूपी में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन ना करना इन हादसों के प्रमुख कारणों में से एक है। विशेष रूप से हाईवे पर बेसहारा पशुओं का आना, ओवरस्पीडिंग, और गलत दिशा में वाहन चलाना बड़ी समस्याएं बन चुकी हैं।
इस तरह के हादसों से बचाव के उपाय:
- सड़क पर बेसहारा पशुओं के खिलाफ कार्रवाई: हाईवे पर बेसहारा पशुओं की संख्या में कमी लाने के लिए सरकार को और सख्त कदम उठाने चाहिए।
- सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग: वाहन में एयरबैग, सीट बेल्ट जैसी सुरक्षा सुविधाओं का उपयोग जरूरी है।
- सुरक्षित गति सीमा का पालन: सड़क पर उचित गति सीमा का पालन करने से हादसों की संख्या को कम किया जा सकता है।
- यात्रा से पहले वाहन की जांच: लंबी यात्रा पर निकलने से पहले अपने वाहन की पूरी जांच करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
1. शाहजहांपुर में किस हाईवे पर यह हादसा हुआ?
यह हादसा बेवर-पीलीभीत हाईवे पर हुआ।
2. अर्टिगा कार में कितने लोग सवार थे?
अर्टिगा कार में कुल 11 लोग सवार थे, जिनमें छह बच्चे शामिल थे।
3. क्या हादसे में ट्रक चालक को गिरफ्तार किया गया?
हां, हादसे के बाद ट्रक चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
4. घायलों का इलाज कहां किया जा रहा है?
घायलों का इलाज शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है।
5. इस प्रकार के हादसों से बचने के लिए क्या उपाय हैं?
सुरक्षित गति सीमा का पालन करना, सड़क पर बेसहारा पशुओं की संख्या को कम करना और वाहन में सुरक्षा उपकरणों का उपयोग जरूरी है।
Conclusion:
शाहजहांपुर का यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है। इन घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता बढ़ानी होगी और सख्त नियमों का पालन करना होगा। हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं, और हम उम्मीद करते हैं कि ऐसी घटनाएं भविष्य में कम से कम हो।
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