Covid Cases In India: फिर डराने लगा कोरोना! 20 राज्यों में फैला संक्रमण, केरल में 7 मौतें, जानिए क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?

By Roshan Soni
Edited By : Roshan Soni               

Updated : Tue , 27 May 2025 


मुख्य बिंदु

  • भारत में कोविड मामलों में फिर बढ़ोतरी, 20 राज्यों में संक्रमण
  • केरल में सबसे ज्यादा केस, 7 मौतें
  • नए वैरिएंट JN.1 और LF.7 पाए गए
  • फिलहाल लॉकडाउन की कोई योजना नहीं
  • सरकार अलर्ट, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं

कोरोना फिर से बढ़ा रहा है चिंता, देश में सक्रिय मामले 1000 पार

भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम जैसे बड़े शहरों में संक्रमण के नए केसों में तेजी आई है। अब तक 20 राज्यों में कोविड के केस सामने आ चुके हैं, और सक्रिय मामलों की संख्या 1010 तक पहुंच गई है।

                                                                Credit as Aaj Tak 

 

राज्यवार कोविड केस (2025 की स्थिति):

राज्य केस संख्या मौतें
केरल 430 2
महाराष्ट्र 200+ 4
दिल्ली 100+ 0
कर्नाटक 50+ 0
अन्य 16 राज्य 230 1
कुल 1010+ 7

केरल बना हॉटस्पॉट, 7 मौतों के बाद चिंता बढ़ी

कोविड की नई लहर में केरल सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य बनकर सामने आया है। अकेले तिरुवनंतपुरम में दर्जनों केस सामने आए हैं। इन मामलों में से कई लोग विदेश यात्रा से लौटे थे, जिससे वायरस के प्रसार का अंदेशा और बढ़ गया है।

अब तक देश में पिछले एक हफ्ते में 7 मौतें हो चुकी हैं:

  • केरल – 2 मौतें
  • महाराष्ट्र – 4 मौतें
  • अन्य राज्य – 1 मौत

नया खतरा: JN.1 और LF.7 वैरिएंट क्या हैं?

INSACOG के अनुसार, भारत में अब जो कोविड केस सामने आ रहे हैं, वे Omicron के सब-वैरिएंट्स से जुड़े हैं – विशेषकर JN.1 और LF.7। इनकी विशेषताएं इस प्रकार हैं:

🧬 JN.1 वैरिएंट:

  • तेजी से फैलता है
  • लक्षण हल्के (सर्दी, बुखार, गले में खराश)
  • कम मृत्यु दर
  • घर पर इलाज संभव

🧬 LF.7 वैरिएंट:

  • सीमित क्षेत्रों में पाया गया
  • JN.1 की तुलना में कम संक्रामक
  • चिंता का विषय नहीं

विशेषज्ञों का कहना है कि नए वैरिएंट्स गंभीर नहीं हैं, लेकिन सावधानी और सतर्कता जरूरी है।


क्या फिर से लग सकता है लॉकडाउन?

सोशल मीडिया पर चर्चा है कि क्या भारत में फिर से लॉकडाउन लगाया जाएगा? इस बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है:

“लॉकडाउन जैसी सख्ती तब की जाती है जब हालात बेकाबू हो जाएं। अभी मौतें कम हैं और हालात नियंत्रण में हैं।”

अभी तक कोई लॉकडाउन नहीं
🚨 लेकिन सभी राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है
🏥 मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग फिर से जरूरी

सावधानी ही बचाव है: पालन करें ये निर्देश

  1. मास्क पहनें, खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर
  2. भीड़ से दूरी रखें, सामाजिक दूरी बनाकर रखें
  3. साबुन या सैनिटाइज़र से हाथ धोते रहें
  4. वैक्सीनेशन की स्थिति जांचें, बूस्टर डोज़ लगवाएं
  5. बीमार महसूस हो तो तुरंत जांच कराएं

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

Q1. क्या भारत में फिर से कोरोना महामारी फैल रही है?

उत्तर: कुछ हद तक हां। 20 राज्यों में मामले सामने आए हैं, लेकिन अभी यह पहले जैसी गंभीर स्थिति नहीं है।

Q2. क्या JN.1 वैरिएंट खतरनाक है?

उत्तर: JN.1 वैरिएंट तेज़ी से फैलता जरूर है, लेकिन इसकी गंभीरता बहुत कम है। अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं।

Q3. क्या फिर से लॉकडाउन लगेगा?

उत्तर: फिलहाल कोई संकेत नहीं है कि लॉकडाउन लगाया जाएगा। सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है।

Q4. केरल में सबसे ज्यादा केस क्यों हैं?

उत्तर: विदेश यात्रा से लौटे कई यात्रियों में संक्रमण पाया गया, जिससे केरल में मामले बढ़े हैं।

Q5. क्या बूस्टर डोज़ ज़रूरी है?

उत्तर: हां, बूस्टर डोज़ कोविड से अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है, खासकर बुजुर्गों और बीमार लोगों को।


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निष्कर्ष:

भारत में कोविड का खतरा पूरी तरह टला नहीं है। नए वैरिएंट्स भले ही कम खतरनाक हों, लेकिन अगर हम सतर्क नहीं हुए तो स्थिति बिगड़ सकती है। इस समय सरकार की ओर से लॉकडाउन का कोई संकेत नहीं है, लेकिन मास्क, दूरी और वैक्सीनेशन जैसे उपायों को अपनाना हमारी जिम्मेदारी है।


स्वस्थ रहें, सतर्क रहें और सच्ची खबरों से जुड़े रहें।


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