Published by: Roshan Soni
Updated on: Sunday, 05 jan 2025
झारखंड में शीतलहर के कारण सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में केजी से आठवीं तक की कक्षाएं बंद करने का फैसला किया है। शिक्षा विभाग ने यह आदेश 7 जनवरी से 13 जनवरी तक लागू किया है। ठंड और शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि छोटे बच्चों को इस कड़कड़ाती सर्दी से राहत मिल सके।
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शीतलहर के चलते स्कूलों पर पाबंदी

राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने शनिवार को आदेश जारी कर यह जानकारी दी। कक्षा 9 से 12वीं तक की कक्षाएं हालांकि पहले की तरह जारी रहेंगी। शिक्षक भी विद्यालय में उपस्थित रहेंगे और विद्यालय संबंधी कार्यों को संपन्न करेंगे। रांची जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पहले ही जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 6 और 7 जनवरी तक बंद रखने का निर्देश दिया था।
छोटे बच्चों के लिए राहत का फैसला

झारखंड में कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बच्चों को सुबह-सवेरे स्कूल जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य में शीतलहर के प्रभाव को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया था। विभाग ने लोगों को ठंड और शीतलहर से बचने की सलाह दी है। खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
कक्षा 9 से 12 के लिए नियमित पढ़ाई जारी
जहां छोटे बच्चों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं, वहीं कक्षा 9 से 12वीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई जारी रहेगी। इन कक्षाओं के छात्र नियमित रूप से स्कूल जाएंगे और शिक्षकों की निगरानी में पढ़ाई करेंगे। शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि शिक्षकों को हर हाल में स्कूल आना होगा और वे स्कूल से जुड़े कार्यों को संपन्न करेंगे।
ठंड से बचाव के लिए जरूरी उपाय
शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए, विशेषज्ञों ने कुछ उपाय सुझाए हैं जो बच्चों और उनके परिवारों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:
- गर्म कपड़े पहनें और शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें।
- घर से बाहर जाने से बचें, खासकर सुबह और देर शाम के समय।
- बच्चों को पर्याप्त गर्म पेय और पौष्टिक भोजन दें।
- हीटर या अन्य गर्म रखने वाले उपकरणों का उपयोग करें, लेकिन सावधानीपूर्वक।
बच्चों और अभिभावकों के लिए राहत
शीतलहर के चलते स्कूल बंद होने के फैसले से बच्चों और अभिभावकों ने राहत की सांस ली है। इस दौरान बच्चे घर पर सुरक्षित रह सकते हैं और अपनी पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों से जारी रख सकते हैं।
निष्कर्ष
झारखंड में शीतलहर के कारण स्कूल बंद करने का यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। शिक्षा विभाग के इस कदम की सराहना की जा रही है, क्योंकि इससे छोटे बच्चों को ठंड से बचाने में मदद मिलेगी। उम्मीद की जा रही है कि 13 जनवरी के बाद मौसम में सुधार होगा और स्कूलों की गतिविधियां फिर से सुचारू रूप से शुरू होंगी।
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