CBSE बोर्ड परीक्षा 2025: कम अटेंडेंस के कारण छात्र नहीं दे पाएंगे परीक्षा, सीबीएसई का स्पष्ट निर्देश
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा को लेकर जारी किए सख्त दिशानिर्देश, कहा कम अटेंडेंस होने पर किसी भी हाल में छात्र नहीं होंगे बोर्ड परीक्षा में शामिल.
By Roshan Soni | October 14, 2024 11 : 19 PM
CBSE बोर्ड परीक्षा 2025:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को एक आधिकारिक नोटिस जारी किया है, जिसमें 2025 में होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित नियमों का उल्लेख किया गया है। इस नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कम अटेंडेंस के कारण छात्रों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।
बिना जानकारी छुट्टी लेना मना:
सीबीएसई ने स्कूलों को यह निर्देश दिया है कि यदि कोई छात्र छुट्टी लेता है या लंबी छुट्टी पर जाता है, तो उसे पहले इसकी जानकारी देनी होगी। अन्यथा, इसे अनियमित छुट्टी माना जाएगा, और ऐसे छात्रों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।
मेडिकल कारणों में मिलेगी 25% की छूट
सीबीएसई के अनुसार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों की अटेंडेंस कम से कम 75 प्रतिशत होनी चाहिए. सीबीएसई ने नोटिस में खास तौर से लिखा है कि “बोर्ड सिर्फ चिकित्सा आपात स्थिति, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय खेलों में भागीदारी जैसे कारणों के मामलों में 25% अटेंडेंस की छूट देता है, हालांकि इसके लिए भी पहले से जरूरी दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है.”
5 नवंबर से सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षा होगी शुरू
सीबीएसई ने हाल ही में 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा से पहले होने वाले प्रैक्टिकल परीक्षा का डेटशीट जारी कर दिया है. प्रैक्टिकल परीक्षा 5 नवंबर से शुरू होगी और 5 दिसंबर तक चलेगी, ऐसे में छात्रों को बोर्ड परीक्षा के तिथियों की घोषणा और डेटशीट का भी अब बेसबरी से इंतजार है लेकिन उसे लेकर अब तक कोई भी ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है.
हाइलाइट्स
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CBSE बोर्ड 75 प्रतिशत उपस्थिति नियम:
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने अपने स्कूलों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने के लिए छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत होना अनिवार्य है। सीबीएसई ने अपनी आधिकारिक सूचना में कहा है, “यह सभी को पता है कि स्कूल केवल पढ़ाई-लिखाई के केंद्र नहीं होते, बल्कि बच्चों के समग्र विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।”
अगर 75 प्रतिशत अटेंडेंस नहीं हुई, तो क्या होगा
बच्चों का नियमित रूप से स्कूल आना उनके समग्र विकास के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन यदि किसी छात्र की उपस्थिति 75% से कम होती है, तो क्या किया जाएगा? सीबीएसई ने बताया है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में 25% तक की छूट दी जा सकती है। यह छूट तभी दी जाएगी जब छात्र को कोई गंभीर बीमारी हो, वह राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकूद में भाग ले रहा हो, या कोई अन्य गंभीर कारण हो।
इस छूट को पाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट भी दिखाने होंगे। CBSE ने स्कूलों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अचानक से निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कुछ छात्र बिना किसी सूचना या छुट्टी के अनुपस्थित हो रहे हैं, तो माना जाएगा कि वो नियमित स्कूल नहीं आ रहे हैं।
CBSE ने सभी स्कूलों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी छात्रों और उनके माता-पिता को उपस्थिति के इस नियम और इसके न मानने पर होने वाले परिणामों की जानकारी हो। स्कूल बच्चों को विषयों का ज्ञान देने के साथ-साथ उन्हें दूसरी कई तरह की गतिविधियों में शामिल होने, अच्छे संस्कार सिखाने, मिलजुल कर काम करने, दोस्तों से सीखने, अलग-अलग विचारों का सम्मान करने और सबको साथ लेकर चलने जैसे गुण भी सिखाते हैं।
कृपया ‘विंटर-बाउंड’ स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षा / प्रोजेक्ट / आंतरिक मूल्यांकन आयोजित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) और दिशानिर्देश देखें। CBSE बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने वाली हैं। हालांकि, परीक्षा की तारीखों की घोषणा अभी बाकी है।
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