Published by :- Hritik Kumar
Updated on: Saturday, 01 Feb 2025
पटना में शुक्रवार को प्रभात खबर द्वारा आयोजित ‘संवाद’ कार्यक्रम में कई महिलाओं ने भाग लिया और वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट से अपनी उम्मीदें जाहिर कीं। इस कार्यक्रम में कामकाजी महिलाओं से लेकर गृहिणियों तक ने अपनी राय रखी। महिलाओं ने बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, टैक्स में राहत, महिला उद्यमिता और बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने की अपेक्षाएं जाहिर की। आइए, जानते हैं उन्होंने क्या कहा…
महिलाओं ने बजट से क्या उम्मीदें जताईं?
- शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान
शिक्षिका मनीषा ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी बुनियादी जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। वे चाहती हैं कि बिजली मुफ्त दी जाए, खासकर स्लम क्षेत्रों में जहां बच्चे होमवर्क के लिए पर्याप्त रोशनी नहीं पाते हैं। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। - उद्यमिता और छोटे बिजनेस को बढ़ावा
उद्यमी नितिका अग्रवाल ने कहा कि सरकार को पीएलआइ स्कीम को एक्सटेंड करने के साथ-साथ धारा 80सी के तहत टैक्स छूट की सीमा बढ़ानी चाहिए ताकि लोग अधिक सेविंग्स की ओर आकर्षित हों। वहीं, गृहिणी अनुराधा सिन्हा ने कहा कि महिलाओं को छोटे स्किल बिजनेस के लिए आसान एक्सपोर्ट-इंपोर्ट रास्ते और पॉलिसी सपोर्ट की जरूरत है। - स्टार्टअप्स और लघु उद्योगों को समर्थन
अंकिका देव, इंक कंपनी की फाउंडर, ने स्टार्टअप्स के लिए अतिरिक्त फंड और ऑर्डर की व्यवस्था करने की मांग की, ताकि उद्यमियों को प्रोत्साहन मिले। कावेरी सिंह ने भी लघु उद्योगों के लिए विशेष फंड की आवश्यकता जताई ताकि महिलाएं घर बैठे प्रोडक्ट बना सकें और बेच सकें। - स्मार्ट शिक्षा और तकनीकी सुविधाओं में सुधार
आर्यभट्ट ज्ञान विवि की छात्रा श्रद्धा कुमारी ने ऑनलाइन शिक्षा के प्लेटफार्म के महंगे होने पर चिंता जताई। उन्होंने इंटरनेट के मुफ्त उपयोग और किताबों पर जीएसटी में कमी की बात की, ताकि पढ़ाई सुलभ हो सके। - जेंडर सेंसिटिव बजटिंग की आवश्यकता
जेंडर रिसर्चर दिव्या गौतम ने कहा कि बजट में जेंडर सेंसिटिव पहल का अभाव है। उन्होंने सरकारी योजनाओं में महिलाओं के हिस्से को बढ़ाने की आवश्यकता जताई ताकि महिलाओं का लेबर फोर्स में योगदान बढ़ सके।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
- प्रभात खबर के ‘संवाद’ कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल हुआ?
कार्यक्रम में कामकाजी महिलाओं, गृहिणियों, उद्यमियों, शिक्षिकाओं और छात्रों ने भाग लिया। - महिलाओं ने बजट से क्या प्रमुख उम्मीदें जताई?
महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, टैक्स में राहत, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और जेंडर सेंसिटिव बजटिंग पर जोर दिया। - क्या बजट में महिला उद्यमिता के लिए कुछ विशेष प्रस्ताव हो सकते हैं?
हां, महिलाओं ने छोटे व्यवसायों के लिए एक्सपोर्ट-इंपोर्ट रास्तों को सरल बनाने, पॉलिसी सपोर्ट देने और छोटे उद्योगों के लिए फंड की व्यवस्था करने की मांग की। - क्या शिक्षा क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है?
हां, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की व्यवस्था और ऑनलाइन शिक्षा की सुविधाओं में सुधार की उम्मीद जताई गई। - इंटरनेट और किताबों पर जीएसटी को लेकर क्या विचार हैं?
छात्राओं ने इंटरनेट को मुफ्त करने और किताबों पर जीएसटी को कम करने की बात की, ताकि पढ़ाई सुलभ और सस्ती हो सके।
निष्कर्ष
पटना की महिलाओं ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट से उम्मीद जताई है कि सरकार उनकी बुनियादी जरूरतों, उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार पर ध्यान देगी। विशेष रूप से महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान और लघु उद्योगों के लिए फंड की व्यवस्था की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उम्मीद की जाती है कि इस बजट में महिलाओं के कल्याण के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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