ऑपरेशन सिंदूर के बाद मॉक ड्रिल्स का बड़ा फैसला: देश के किन राज्यों में होगी तैयारी? जानिए पूरी जानकारी

By Roshan Soni
Edited By : Roshan Soni               

Updated : Thursday , 29 May 2025


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भूमिका: ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारी

6-7 मई 2025 की रात को भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में की गई सैन्य कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” ने देश की सुरक्षा नीति में एक नई दिशा दी। इस ऑपरेशन के बाद, भारत सरकार ने आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल्स का आदेश जारी किया है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को युद्ध जैसी स्थिति के लिए मानसिक, भौतिक और प्रशासनिक रूप से तैयार करना है।

                                                     Credit as Aaj Tak

 


पहलगाम आतंकी हमले के बाद क्यों बढ़ाई गई तैयारी?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। ऐसे में गृह मंत्रालय ने 244 ज़िलों में मॉक ड्रिल्स आयोजित करने का निर्देश जारी किया।


किन राज्यों में मॉक ड्रिल हो रही है?

1. हरियाणा – ‘ऑपरेशन शील्ड’

हरियाणा सरकार 29 मई को शाम 5 बजे से राज्यव्यापी मॉक ड्रिल “ऑपरेशन शील्ड” आयोजित कर रही है। इसमें निम्नलिखित गतिविधियां होंगी:

  • ब्लैकआउट
  • सायरन एक्टिवेशन
  • ड्रोन हमले का रिहर्सल
  • मेडिकल रेस्पॉन्स टीमें

2. पंजाब – 3 जून को मॉक ड्रिल

पंजाब सरकार ने 29 मई को मॉक ड्रिल टालकर 3 जून को आयोजन का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय ने राज्य को निर्देश भेजा था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से तारीख बदली गई।

3. राजस्थान – तारीख स्थगित

राजस्थान में पहले 29 मई को मॉक ड्रिल होनी थी लेकिन देर रात प्रशासन ने इसे स्थगित कर दिया। नई तारीख जल्द घोषित होगी। इस ड्रिल में 41 जिलों में ब्लैकआउट और इमरजेंसी तैयारियों का परीक्षण होना था।

4. गुजरात, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर

इन क्षेत्रों में मॉक ड्रिल को लेकर प्रशासन सक्रिय है और सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई हमले की स्थिति की रिहर्सल की जा रही है।


मॉक ड्रिल में क्या-क्या शामिल होगा?

प्रमुख गतिविधियां:
  • ब्लैकआउट (15 मिनट तक)
  • एयर रेड सायरन और हॉटलाइन टेस्टिंग
  • ड्रोन/मिसाइल हमले का अभ्यास
  • रेस्क्यू ऑपरेशन (20 घायल व्यक्तियों को निकालना)
  • 30 यूनिट रक्त की व्यवस्था का अभ्यास
  • सीमा क्षेत्र में गृह रक्षक बल की तैनाती

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई

भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
इस ऑपरेशन के बाद चार दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव रहा और अंततः सीजफायर की घोषणा हुई।


रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख की प्रतिक्रियाएं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 16 मई को भुज एयर फोर्स स्टेशन का दौरा किया और बताया कि “पाकिस्तान अपने नष्ट आतंकी ढांचे का पुनर्निर्माण कर रहा है।”

पूर्व सेना प्रमुख जनरल वेद प्रकाश मलिक ने कहा कि भारतीय सेना को 24 घंटे और अभियान चलाना चाहिए था, ताकि भारत का डिटरेंस और मजबूत हो।


भारत की सामरिक रणनीति: नागरिकों की भागीदारी क्यों जरूरी है?

आधुनिक युद्ध सिर्फ सीमाओं पर नहीं, बल्कि साइबर, सूचना और नागरिक बुनियादी ढांचे को भी प्रभावित करता है।
इसलिए नागरिकों को भी युद्ध जैसी स्थिति में प्रशिक्षित करना बेहद जरूरी है।


सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल्स का महत्व

  • जनता की मानसिक तैयारी
  • आपातकालीन सेवाओं की सक्रियता
  • मीडिया और संचार प्रणाली की जांच
  • अस्पतालों और ब्लड बैंक की तत्परता
  • नागरिक-सैनिक सहयोग को बढ़ावा

बार-बार हो रही मॉक ड्रिल्स का संदेश क्या है?

भारत अब हर परिस्थिति के लिए “प्रो-एक्टिव स्ट्रैटेजी” अपना रहा है। ये ड्रिल्स सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास हैं।


महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब (FAQ)

Q1: मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का उद्देश्य क्या होता है?

उत्तर: मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में प्रशासन, जनता और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी और प्रतिक्रिया को परखना होता है।

Q2: ऑपरेशन सिंदूर क्या था?

उत्तर: यह भारतीय सेना द्वारा 6-7 मई 2025 को पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर किया गया एयरस्ट्राइक ऑपरेशन था।

Q3: क्या मॉक ड्रिल के दौरान बिजली पूरी तरह काटी जाएगी?

उत्तर: हां, 15 मिनट के ब्लैकआउट अभ्यास के दौरान सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी जगहों की बिजली बंद की जाती है।

Q4: आम नागरिकों को क्या करना चाहिए?

उत्तर: निर्देशों का पालन करें, सायरन सुनें, किसी भी आपात सूचना पर ध्यान दें और सिविल डिफेंस वार्डन की सहायता करें।

Q5: मॉक ड्रिल किसके निर्देश पर होती है?

उत्तर: यह गृह मंत्रालय और राज्य सरकारों के नागरिक सुरक्षा विभाग के निर्देश पर आयोजित की जाती है।


निष्कर्ष: नागरिक सुरक्षा अब राष्ट्र की प्राथमिकता

भारत अब युद्ध जैसी स्थितियों के लिए 360 डिग्री तैयारी कर रहा है – सैन्य, प्रशासनिक और नागरिक स्तर पर।
मॉक ड्रिल्स सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि आने वाले खतरों से निपटने का सबूत हैं।


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