डा पानी पीने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। यह पेट के एंजाइम्स को प्रभावित करता है

ठंडा पानी पीने से गले में खराश और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, खासकर जब मौसम पहले से ही ठंडा हो।

सर्दियों में ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान कम हो सकता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है

ठंडे पानी का सेवन सर्दी-जुकाम को बढ़ा सकता है। यह नाक और गले में म्यूकस का निर्माण करता है,

ठंडा पानी पीने से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर पड़ सकता है।

ठंडा पानी पीने से दांतों की संवेदनशीलता बढ़ सकती है, जिससे दर्द और असहजता महसूस होती है।

सर्दियों में ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान असंतुलित हो जाता है, जिससे थकावट और कमजोरी महसूस हो सकती है।

ठंडे पानी का सेवन हृदय पर दबाव डाल सकता है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।

ठंडा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम हो सकता है।

ठंडा पानी पीने से रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान दिख सकती है।